परिषदीय स्कूलों में एक ब्लॉक से दूसरे ब्लॉक में होने वाले शिक्षकों के स्थानांतरण को लेकर तैयारियां शुरू होने लगी हैं। शासन से इसी सप्ताह ट्रांसफर की पॉलिसी आ जाएगी और इसमें शिक्षकों के समायोजन करने के भी आदेश हैं। स्कूलों में छात्र एवं शिक्षकों की संख्या का अनुपात देखा जाएगा और शिक्षकों का समायोजन होगा। स्थानांतरण की पॉलिसी ने शिक्षकों को राहत के साथ-साथ मायूस भी किया है।
बेसिक शिक्षा विभाग के प्राथमिक व उच्च प्राथमिक स्कूलों में पढ़ा रहे शिक्षकों के एक ब्लॉक से दूसरे ब्लॉक से स्थानांतरण होने हैं। शासन द्वारा भी इसे हरी झंडी दे दी गई है और केवल आदेश आने बाकि रह गए हैं। स्थानांतरण पॉलिसी में शिक्षकों के समयोजन होने का भी जिक्र किया गया है।
बताया गया कि स्कूलों में सबसे पहले छात्र एवं शिक्षकों की संख्या देखी जाएगी और इसके बाद जो सरप्लस शिक्षक आ रहे हैं, उनका समायोजन दूसरे स्कूलों में किया जाएगा व इसके बाद शिक्षकों के एक से दूसरे ब्लॉक में स्थानांतरण किए जाएंगे। शासन ने पॉलिसी अभी जारी नहीं कि हैं मगर समायोजन को लेकर शिक्षक अभी से परेशान होने लगे हैं। ऐसे में शिक्षक अभी से परेशान दिख रहे हैं, क्योंकि पिछले वर्ष जो समायोजन हुआ था उसमें करीब 800 से अधिक शिक्षकों को दूर-दूर के स्कूलों में जाना पड़ा था, मगर बाद में कोर्ट गया तो वहां से समायोजन का निस्तारण कर दिया था।
किंतु अब फिर से नई पॉलिसी में शिक्षक समायोजन के दायरे में आएंगे तो उन्हें अपना स्कूल छोड़ना पड़ सकता है। वहीं, विभागीय अफसरों द्वारा भी समायोजन की प्रक्रिया को अंदरखाने शुरू कर दिया गया है। बता दें कि जिले में बेसिक शिक्षा विभाग के 2399 स्कूल हैं और इनमें करीब 6,500 से अधिक शिक्षक बच्चों को पढ़ा रहे हैं। यदि ट्रांसफर के साथ समायोजन हुआ तो काफी शिक्षक इसके दायरे में आ जाएंगे।
स्थानांतरण पॉलिसी इसी सप्ताह आ जाएगी। शासन ने पॉलिसी में समायोज करने के लिए भी जिक्र किया है। पॉलिसी आने के बाद ही कुछ कहा जा सकेगा। शासन की ट्रांसफर को लेकर जो नीति होगी उसी के अनुसार कार्य किया जाएगा। अभी पॉलिसी आने के बाद ही कुछ कहा जा सकेगा।