लखनऊ: उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परिणाम 2021 में फेल होने वाले छात्र और छात्राएं भी लिखित परीक्षा में शामिल हो सकते हैं। 10वीं व 12वीं में ऐसे विद्यार्थियों की तादाद 69,570 है। इनके सिवा बिना अंकों के प्रोन्नत होने वाले और उत्तीर्ण हो चुके विद्यार्थी भी अपने अंक सुधार सकते हैं। परीक्षा में उत्तीर्ण होने पर प्रोन्नति पाने वालों को अंक मिल जाएंगे। उत्तीर्ण हो चुके छात्र-छात्राओं को परीक्षा में शामिल होने से पहले मंथन करना होगा, क्योंकि इस इम्तिहान में मिले अंक ही अंतिम माने जाएंगे।
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा विभाग ने 17 अगस्त को अंक सुधार परीक्षा कराने का आदेश दिया है। परीक्षा 18 सितंबर से छह अक्टूबर तक कराई जाएगी। इस परीक्षा के नाम से ध्वनित होता है कि मानों वे ही छात्र-छात्राएं इसमें शामिल हो सकते हैं, जो उत्तीर्ण हैं और अपने अंक बेहतर करा सकते हैं। उप मुख्यमंत्री डा. दिनेश शर्मा ने कहा है कि लिखित परीक्षा में अनुत्तीर्ण, विदहेल्ड और पिछली परीक्षाओं में अनुपस्थित रहने वालों के साथ ही प्रोन्नति पाने वाले भी शामिल हो सकते हैं। इसमें किसी के लिए कोई रोक नहीं है, वे कितने ही विषयों या पूरी परीक्षा में भी शामिल हो सकते हैं। उन्हें कोई शुल्क भी नहीं देना है।
उप मुख्यमंत्री डा. दिनेश शर्मा ने कहा है कि यह जरूर है कि अंक सुधार परीक्षा में मिले अंक ही अंतिम होंगे। 31 जुलाई को जारी परिणाम अमान्य हो जाएगा। इस समय आनलाइन आवेदन लिया जा रहा है, यह प्रक्रिया 27 अगस्त शाम पांच बजे तक चलेगी। प्रधानाचार्यों को 29 अगस्त को रात्रि 12 बजे तक आवेदन अपलोड कर देना है, तय समय में आवेदन न हो पाने में कालेजों के प्रधानाचार्य जिम्मेदार होंगे।
बता दें कि 31 जुलाई को जारी यूपी बोर्ड के परिणाम में अनुत्तीर्ण होने वालों में ऐसे विद्यार्थियों की संख्या अधिक थी जो पिछली परीक्षाओं में अनुपस्थित थे या फिर उनके अभिलेख फर्जी या त्रुटिपूर्ण हैं। परिणाम पिछले प्रदर्शन पर ही रहा इसलिए वे अंक नहीं पा सके। इसी तरह से एक लाख 44 हजार 744 प्रोन्नत होने वाले भी ऐसे विद्यार्थी हैं जो औसत अंक नहीं पा रहे थे, उन्हें बिना अंकों के पास किया गया है। अब इन सबके सामने अवसर है कि अंक हासिल कर लें।