बस्ती। बेसिक शिक्षा विभाग स्तर से राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत स्कूल रेडिनेस प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ सोमवार से कर दिया गया। इसके माध्यम से जिले की 139 न्याय पंचायत से एक-एक व नगर क्षेत्र से एक यानी कुल मिलाकर 140 सहायक अध्यापकों को मास्टर ट्रेनर के रूप में तैयार किया जाएगा। प्रशिक्षित होने के बाद इन शिक्षकों की मदद से जनपद के सभी शिक्षकों को ट्रेंड किया जा सकेगा।
रेडीनेस कार्यक्रम का ऑनलाइन उद्घाटन सोमवार को डायट प्राचार्य कृपा शंकर वर्मा व बीएसए जगदीश शुक्ल ने किया। बीएसए ने शिक्षकों को इस कार्यक्रम के महत्व को बताते हुए कहा कि अब प्री प्राइमरी शिक्षा को अभियान चलाकर हर नौनिहाल तक पहुंचाना है। न्यू एजुकेशन पॉलिसी में इस बात पर पूरा जोर है कि बच्चों को गतिविधि आधारित लर्निंग व करके सीखने पर विशेष ध्यान दिया जाए। शिक्षकों को इसे जमीन पर उतारने का कार्य करना है। डायट प्राचार्य कृपा शंकर वर्मा ने कहा कि बच्चों के लिए प्री प्राइमरी इसलिए भी बहुत जरूरी है, ताकि जब वह औपचारिक रूप से कक्षा एक में अपनी पढ़ाई की शुरुआत करें तो पहले से ही मानसिक व शारीरिक रूप से तैयार रहें।
कार्यक्रम का संचालन करते हुए जनपद स्तरीय प्री-प्राइमरी कार्यक्रम संचालन समिति के सदस्य व राज्य स्तरीय प्रशिक्षक एसआरजी डॉ. सर्वेष्ट मिश्र ने किया। उन्होंने जनपद में संचालित होने जा रहे स्कूल रेडीनेस कार्यक्रम की पूरी जानकारी साझा की। कार्यक्रम के संचालन के लिए स्कूल, छात्र, शिक्षक व अभिभावकों की तैयारी के बारे में पॉवर-पॉइंट प्रस्तुति व वीडियोज के माध्यम से जानकारी दी। प्रशिक्षक व डायट प्रवक्ता शशि दर्शन त्रिपाठी ने बच्चों के आरंभिक भाषा, गणितीय कौशल विकास व लर्निंग आउटकम की विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने विद्या प्रवेश योजना की जानकारी दी।
कार्यक्रम में प्रतिभागी शिक्षकों से उनकी समस्यायों व अनुभवों पर फीडबैक भी लिया गया। तकनीकी सहयोग शिक्षक विमल आनंद व एआरजी राकेश पांडेय ने दिया। कार्यक्रम में परिणीता सिंह, अमरेंद्र सिंह, नीरज श्रीवास्तव, कृष्ण कुमार, इकबाल अहमद, उदय प्रताप यादव, शैलेश मणि त्रिपाठी, बृजेश पांडेय, नियाज अहमद, धीरेंद्र कुमार यादव, शशिकिरण, काजल मौर्या व अन्य उपस्थित रहे।