कोरोना टीकाकरण में देश ने 100 करोड़ वैक्सीन के आंकडे़ को पार लिया। बनारस के रहने वाले दिव्यांग अरुण रॉय को कोरोना का 100 करोड़वां टीका लगा। हालांकि यह टीका बनारस में नहीं बल्कि दिल्ली में लगा। मौके पर पीएम मोदी भी मौजूद रहे।
कोरोना के खिलाफ टीकाकरण अभियान में देश ने आज इतिहास रच दिया। कोरोना वैक्सीन के 100 करोड़ डोज का आंकड़ा सुबह पार हो गया। वाराणसी निवासी दिव्यांग अरुण राय को 100 करोड़वां टीका लगा। उन्हें यह टीका दिल्ली के आरएमएल अस्पताल में लगा। बनारस से दिल्ली घूमने गए अरुण राय इसके बाद से अचानक से सुर्खियों में आ गए।
कारण ये कि उन्हें जब 100 करोड़वां टीका लगा रहा था तो वाराणसी के सांसद और देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मौजूद थे। इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने अरुण से कुछ सवाल भी किए। आरएमएल अस्पताल परिसर में एक टीवी चैनल बात करते हुए अरुण ने प्रधानमंत्री से हुई बातचीत की जानकारी दी।
पढ़ेंः हिरासत में लिए गए ‘आप’ सांसद संजय सिंह, बिना अनुमति निकालने जा रहे थे तिरंगा संकल्प यात्रा
पीएम मोदी ने अरुण से क्या पूछा
अरुण रॉय के मुताबिक पीएम मोदी ने पूछा की यह कोरोना वैक्सीन की पहली डोज है या दूसरी। इस पर अरुण ने कहा कि पहली डोज है। इस पर प्रधानमंत्री ने पूछा कि अब तक टीका क्यों नहीं लगवाई। इस पर अरुण ने कहा- मैं खांटी बनारसी हूं। मेरे मन में ये भ्रम था कि मुझे कोरोना नहीं होगा। इसलिए टीका लगवाने के लिए पहल नहीं की। लेकिन जब देश में 70 करोड़ लोगों को टीका लग गया और प्रधानमंत्री द्वारा लगातार जागरूक किया गया तब मैंने टीका लगवाने का संकल्प लिया।
इस बात का रह गया अफसोस
उन्होंने बताया कि तभी मैंने मन में सोच लिया था कि 100 करोड़वां टीका लगवाउंगा। यह महज संयोग रहा कि दिल्ली में या काम हुआ। इस मौके पर अरुण ने कहा कि मैं सौभाग्यशाली हूं कि प्रधानमंत्री का साक्षात दर्शन करने का मौका मिला।
हालांकि उन्हें इस बात का अफसोस है कि वह पीएम मोदी के साथ सेल्फी नहीं ले पाए। इधर, 100 करोड़वें टीके के रिकॉर्ड के साथ बनारस का नाम जुड़ने के बाद शहर में हर्ष का माहौल है। आज वाराणसी में भी विभिन्न केंद्र पर टीकाकरण के लोग कतारबद्ध नजर आ रहे हैं।
स्वास्थ्य विभाग की ओर से शहरी और ग्रामीण इलाकों में टीकाकरण के लिए अभियान चलाया जा रहा है। पोर्टल पर बुकिंग कराने वालों के साथ ही ऑन द स्पॉट बुकिंग कराकर भी लोगों को टीका लगाया जा रहा है।