उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की ओर से आयोजित स्टाफ नर्स सिस्टर ग्रेड-टू की परीक्षा में भी साल्वर गैंग की निगाहें गड़ी रहीं। इस परीक्षा में नकल कराते दो कक्ष निरीक्षक पकड़े गए हैं। दोनों परीक्षा के बाद अभ्यर्थियों की ओएमआर सीट को भरवा रहे थे। प्रधानाचार्य मनोज कुमार की तहरीर पर कक्ष निरीक्षक मो. सादिक और कक्ष निरीक्षक सुमंत यादव तथा छात्र प्रशांत सर्वेश राय के खिलाफ पुलिस ने केस दर्ज किया है। दोनों कक्ष निरीक्षक पुलिस हिरासत में हैं।
रविवार को पुरुष व महिला संवर्ग की परीक्षा रविवार को शहर के 43 केंद्रों पर आयोजित हुई। परीक्षा में 20155 अभ्यर्थियों ने रजिस्ट्रेशन कराया था। इसमें 17271 अभ्यर्थी ही परीक्षा में शामिल हुए। जबकि 2884 अभ्यर्थी अनुपस्थित रहे। एडीएम सिटी विनीत कुमार सिंह ने बताया कि परीक्षा केंद्र विश्वभारती इंटर कॉलेज पर तैनात दो कक्ष निरीक्षकों को नकल कराते हुए पकड़ा गया है। दोनों के खिलाफ प्रशासन की ओर से चिलुआताल थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया है। आरोप है कि दोनों कक्ष निरीक्षक एक महिला अभ्यर्थी समेत दो लोगों का ओएमआर सीट परीक्षा खत्म होने के बाद भरवा रहे थे।
रविवार को 20155 अभ्यर्थियों के लिए 43 केंद्रों पर स्टाफ नर्स/सिस्टर ग्रेड-2 की परीक्षा का आयोजन किया गया था। परीक्षा से पहले अभ्यर्थी केंद्रों पर पहुंच गए थे। परीक्षा से पहले अभ्यर्थी थोड़े असहज दिखाई दिए लेकिन पेपर खत्म होने के बाद वह तनाव मुक्त दिखे। परीक्षा देने आई अभ्यर्थी प्रियंका कुमारी ने बताया कि स्टाफ नर्स की परीक्षा यूपीएससी की ओर से कराई गई है। ऐसे में डर था कि पेपर कठिन आएगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। पेपर आसान था। एडीएम सिटी ने बताया कि कक्ष निरीक्षकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है। दोनों कक्ष निरीक्षक परीक्षा खत्म होने के बाद भी एक महिला अभ्यर्थी का ओएमआर सीट भरवा रहे थे।
यूपी स्टाफ नर्स भर्ती के कुल 3012 पदों के लिए करीब एक लाख अभ्यर्थियों ने आवेदन किए थे।
परीक्षा खत्म होने के बाद शहर में लगा जाम
परीक्षा खत्म होने के बाद अभ्यर्थी जब निकले तो पूरे शहर में जाम लग गया। असुरन, कौवाबाग, मोहद्दीपुर जैसे प्रमुख रास्तों पर वाहनों की लंबी कतारें लग गई। इसकी वजह से लोग घंटों जाम में परेशान दिखे। जाम से परेशान लोग यांत्रिक कारखाना होते हुए मोहद्दीपुर के रास्ते पर पहुंचे तो वहां भी वाहनों की लंबी लाइन लगी रही। एक बजे परीक्षा खत्म हुई तो दोपहर ढाई बजे तक लोग जाम से परेशान रहे। पुलिस को जाम से निजात दिलाने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ी।