प्रयागराज: इलाहाबाद विश्वविद्यालय में पढ़ाने वाले शिक्षकों और कर्मचारियों को अब आवासीय समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा। उन्हें किराए पर रहने की झंझट से छुटकारा मिल जाएगा। विवि प्रशासन अब उन्हीं शिक्षकोें को आवासीय सुविधा देगा, जिनके खुद के मकान शहर में नहीं हैं। इस बाबत विवि प्रशासन की ओर से अधिसूचना जारी कर दी गई है।
कुलपति प्रो. संगीता श्रीवास्तव के निर्देश पर रजिस्ट्रार प्रो. एनके शुक्ल की तरफ से इसकी अधिसूचना भी जारी कर दी गई है। अधिसूचना में स्पष्ट किया गया है कि जिन शिक्षकों और कर्मचारियों का अपना आवास अथवा फ्लैट प्रयागराज में पति अथवा पत्नी के नाम है। उन्हें विवि प्रशासन अब आवास आवंटित नहीं करेगा। अभी तक शहर में मकान होने के बावजूद इलाहाबाद विश्वविद्यालय में कार्यरत शिक्षकों और कर्मचारियों को आवास आवंटित कर दिया जाता था।
विश्वविद्यालय प्रशासन की तरफ से जारी अधिसूचना के मुताबिक कुलसचिव एवं वित्त अधिकारी आवास को छोड़कर जो आवास जर्जर स्थिति में हैं, उनका नवीनीकरण भी कराया जाना है। यह भी स्पष्ट किया गया है कि जिन शिक्षकों एवं कर्मचारियों का अपना आवास अथवा फ्लैट प्रयागराज में पति अथवा पत्नी के नाम है, उन्हें इलाहाबाद विश्वविद्यालय का आवास आवंटित नहीं किया जाएगा।
ऐसे में इसका लाभ किराए पर रहने वाले बाहरी शिक्षकों और कर्मचारियों को मिलेगा। इविवि की पीआरओ डॉ. जया कपूर ने बताया कि आवास के लिए बड़ी संख्या में आवेदन आए हैं। जबकि विवि के पास आवास सीमित संख्या में है। ऐसे में विवि प्रशासन ने यह फैसला लिया है कि अब उन्हीं शिक्षकों और कर्मचारियों को आवास आवंटित किया जाएगा, जिनके शहर में मकान अथवा फ्लैट नहीं हैं।