-दो साल पहले काटा गया कनेक्शन आज नहीं जोड़ा जा सका
-नगर क्षेत्र के परिषदीय विद्यालय का बुरा हाल
लखनऊ।
शहर के बीचोबीच स्थित नगर क्षेत्र के कम्पोजिट विद्यालय निराला नगर को मॉडल विद्यालय बनाने की तैयारी चल रही है। एक तरफ बेसिक शिक्षा विभाग परिषदीय विद्यालयों को मॉडल विद्यालय बनाना चाहता है तो वहीं दूसरी ओर परिषदीय विद्यालयों के प्रति विभाग की उदासीनता भी दिखती है। कम्पोजिट विद्यालय में पिछले दो साल से बच्चे भीषण गर्मी और अंधेरे में पढ़ने को मजबूर हैं। दो साल पहले काटा गया बिजली कनेक्शन आज तक बकाया भुगतान की वजह से नहीं जोड़ा जा सका है। जिले में एक दर्जन से अधिक विद्यालय हैं जहां बिजली कनेक्शन बकाया बिल का भुगतान नहीं होने की वजह से कटे हैं।
कम्पोजिट विद्यालय निराला नगर में 208 छात्र-छात्राएं पंजीकृत हैं। उपस्थिति भी अच्छी रहती है लेकिन बिजली नहीं होने से समस्या होती है। आठ नवम्बर 2019 को पांच लाख 95 हजार 215 रुपए का बिजली का बिल बकाया होने की वजह से बिजली विभाग ने कनेक्शन काटने के साथ ही मीटर भी उतार लिया था। दो साल होने को हैं लेकिन हालात पहले की तरह है। गर्मी के मौसम में पंखे नहीं चलते और जाड़े के मौसम में ठण्ड से बचने के लिए खिड़की और दरवाजे बंद कर के अंधेरे में पढ़ाई करायी जाती है। जिससे छात्रों और शिक्षकों की आंखों पर भी बुरा असर पड़ता है।
वर्जन
बिजली बिल के भुगतान की समस्या है। इसके लिए शासन से बजट मांगा है। जल्द ही बिजली विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक कर समस्या का हल निकाला जाएगा। कनेक्शन जुड़वाने का प्रयास किया जा रहा है।
विजय प्रताप सिंह, बेसिक शिक्षा अधिकारी