वाराणसी : विश्व की सांस्कृतिक राजधानी काशी में 19 नवंबर का दिन देव दीपावली की वजह से खास है। देव दीपावली पर काशी के घाटों के साथ गंगा पार रेती पर अलौकिक छटा बिखरेगी। इसको लेकर शासन प्रशासन की तैयारियां अब अंतिम दौर में हैं। पर्यटन विभाग के साथ बेसिक शिक्षा विभाग भी अपनी तैयारियों में जुट गया है।
पिछले साल की ही तरह इस साल भी दीयों की टिमटिमाती रोशनी से गंगा के दोनों किनारे जगमगाएंगे। कहीं रंगोली का विहंगम नजारा होगा तो कहीं सैंड आर्ट के जरिये युवा कलाकार अपने हुनर के जरिए रत पर एक नया आकार देंगे। साज-सज्जा के लिए गंगा किनारे के इलाकों को 20 सेक्टरों में बांटा गया है। जिसमें 11 से 20 सेक्टरों की जिम्मेदारी बेसिक शिक्षा विभाग को दी गई है।
बेसिक शिक्षा विभाग की देखरेख में गंगा पार रेती पर लगभग चार किलोमीटर के दायरे में दीप लगाए जाएंगे। तीन लाख दीपों को जलाने के लिए विभाग के 5600 शिक्षकों की ड्यूटी लगाई जाएगी। शनिवार को विभाग की तैयारियों के लिए बीएसए की अध्यक्षता में बीएसए कार्यालय पर 20 सदस्यीय कोर कमेटी की बैठक में विस्तृत कार्ययोजना तैयार की गई।
जिसमें कमेटी के सदस्यों ने देव दीपावली पर गंगा पार रेत पर विभागीय योजनाओं की रंगोली बनाने की योजना पर सहमति बनी। इसके साथ ही विभाग की ओर से देव दीपावली की विस्तृत सूचनाओं के लिए एक वेबसाइट का निर्माण किया जाएगा। बैठक में सरिता राय, रविंद्र कुमार सिंह, नीलम राय, अंजू लता, रणजय सिंह, तूबा असीम आदि मौजूद रहे।
किस ब्लॉक को कौन सा सेक्टर
सेक्टर 11 चोलापुर, सेक्टर 12 काशी विद्यापीठ, सेक्टर 13 चिरईगांव, सेक्टर 14 हरहुआ, सेक्टर 15 बड़ागांव, सेक्टर 16 आराजीलाइन, सेक्टर 17 पिंडरा, सेक्टर 18 अतिरिक्त, सेक्टर 19 नगर क्षेत्र, सेक्टर 20- सेवापुरी को आवंटित किया गया है।