लखनऊ। उत्तर प्रदेश में प्राथमिक स्कूलों की 69000 सहायक अध्यापक भर्ती में नियमानुसार आरक्षण न मिलने का मुद्दा फिर सतह पर आ गया है। अभ्यर्थियों ने रविवार को केंद्रीय राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल को ज्ञापन सौंपा और भाजपा व कांग्रेस कार्यालय पर प्रदर्शन किया। उन्होंने उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य व डा. दिनेश शर्मा से भी मुलाकात कर अपनी मांगें उनके सामने रखीं।
अभ्यर्थियों ने आरक्षण घोटाले को लेकर सुबह केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल के कार्यालय पर जाकर नारेबाजी की उन्हें व उनके पति आशीष पटेल को ज्ञापन सौंपा। मंत्री अनुप्रिया ने आरक्षण प्रभावितों से कहा कि उनकी मांग जायज है वे निरंतर उठा रही हैं। एक सप्ताह के अंदर इस भर्ती में न्याय मिल जाएगा।
अभ्यर्थी इस आश्वासन से संतुष्ट नहीं हुए और वे कांग्रेस पार्टी दफ्तर में जाकर प्रदर्शन किया। प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने अभ्यर्थियों को आश्वस्त किया कि कांग्रेस पार्टी शुरू से उनके साथ है। प्रियंका गांधी वाड्रा लगातार मुद्दा उठा रही हैं। शीघ्र ही कांग्रेस पार्टी प्रदेश के सभी जिलों में आरक्षण घोटाले के होर्डिंग व पोस्टर लगाकर मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा जाएगा।
अभ्यर्थियों ने दोपहर बाद भाजपा कार्यालय का घेराव किया। कार्यालय के अंदर घुसकर एक घंटे तक नारे लगाए। अभ्यर्थियों ने कहा कि राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग ने इस भर्ती में घोटाला माना है। आयोग की रिपोर्ट को लागू किया जाए। कार्यालय मौजूद उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, डा. दिनेश शर्मा व प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने अभ्यर्थियों को बुलाकर आश्वासन दिया कि विपक्ष इसको अपना मुद्दा बना रहा है हम मुद्दा नहीं बनने देंगे, शीघ्र ही न्याय किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि जल्द ही इस संबंध में गठित कमेटी के अध्यक्ष व सदस्यों से बात करेंगे, अभ्यर्थियों की बेसिक शिक्षा मंत्री सतीश द्विवेदी से मंगलवार दोपहर मुलाकात कराई जाएगी। धरना प्रदर्शन करने वालों में मनोज प्रजापति, अभय यादव, सुशील कश्यप, राहुल मौर्य, विकास यादव, विजय वेद, मुक्ता कुशवाहा, तसलीमा बानो, रंजीत यादव, मयंक यादव, पुष्पेंद्र यादव आदि थे।