प्रदेश में टीकाकरण की रफ्तार और तेज करने की तैयारी है। खासतौर से गांवों पर फोकस होगा। जिलाधिकारियों के जरिए पूरे प्रदेश के गांवों को टीकाकरण के लिहाज से नए सिरे से सूचीबद्ध किया जाएगा। शासन से मिले आदेश के अनुसार अब हर लेखपाल अपने प्रभार वाले गांवों की सूची तैयार करेगा। इसमें संबंधित गांव में टीकाकरण के प्रतिशत का जिक्र होगा। जिन गांवों में 80 से 90 फीसदी के बीच टीकाकरण हुआ है, वहां अभियान चलाकर उसे शत-प्रतिशत किया जाएगा। उसके बाद उन गांवों को लिया जाएगा जहां 90 से 95 प्रतिशत टीकाकरण हो चुका है।
एक दिन में सर्वाधिक टीकाकरण की बात हो या सबसे ज्यादा टीके लगाने वाला राज्य, यह उपलब्धियां यूपी के खाते में दर्ज हैं। स्वास्थ्य विभाग ने गांवों में टीकाकरण को तेज करने के लिए इसी साल जून में क्लस्टर योजना शुरू की थी। नतीजा यह हुआ कि शहरी क्षेत्रों के साथ-साथ गांवों में भी बड़ी संख्या में टीकाकरण हुआ। अब गांवों में शत-प्रतिशत टीकाकरण कराने की तैयारी है। इसके लिए क्लस्टर-2.0 शुरू किया गया है। लेखपालों द्वारा गांवों का सर्वे कराया जा रहा है। इस सर्वे की रिपोर्ट संबंधित क्षेत्र के मेडिकल अफसर के साथ साझा की जाएगी। उसके हिसाब से वो चिन्हित गांवों में टीकाकरण की व्यवस्था करेंगे।
गांवों में आबादी के हिसाब से लगेंगे टीका सेशन
क्लस्टर-2.0 के तहत गांवों में आबादी की जरूरत के हिसाब से टीका सेशन आयोजित किए जाएंगे। जरूरत पड़ने पर एक ही गांव में घंटों के हिसाब से अलग-अलग क्षेत्र में भी सेशन लगेंगे ताकि गांव के हर कोने के लोगों को टीका लगाया जा सके। बता दें कि प्रदेश में अभी तक 66 फीसदी से अधिक लोगों को टीके की कम से कम एक डोज लग चुकी है। जबकि कुल टीकाकरण का आंकड़ा 13 करोड़ को पार कर चुका है, जो देश में सर्वाधिक है।