उत्तर प्रदेश में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले अभ्यर्थी प्रारंभिक पात्रता परीक्षा (PET) के महत्व को बेहद अच्छे से समझते हैं। यह परीक्षा 24 अगस्त 2021 को आयोजित की गई थी और इसके परिणामों की घोषणा 28 अक्टूबर को हो चुकी है। उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UPSSSC) द्वारा आयोजित की गई इस भर्ती प्रक्रिया में तकरीबन 17 लाख अभ्यर्थियों ने हिस्सा लिया था। गौरतलब है कि राज्य में UPSSSC द्वारा निकाली जाने वाली ग्रुप C की भर्तियों में शामिल होने के लिए अभ्यर्थियों का PET में उतीर्ण होना आवश्यक है। PET के परिणामों की घोषणा करने के बाद UPSSSC राज्य में 22,794 पदों पर भर्ती के लिए अगले 5 महीने में परीक्षा आयोजित करेगी।
स्कोरकार्ड में दिया गया QR कोड है बहुत काम की चीज :
PET के स्कोरकार्ड में अभ्यर्थियों को एक QR देखने को मिल रहा है। दरअसल PET परीक्षा परिणाम को पूरी तरह पारदर्शी बनाने के लिए अभ्यर्थियों के स्कोरकार्ड में QR कोड डाला गया है। इसका मकसद परीक्षा परिणामों में असामाजिक तत्वों द्वारा किसी भी प्रकार की गड़बड़ी या स्कोर कार्ड में छेडछाड़ कर फर्जी स्कोरकार्ड बनाने की संभावना पूरी तरह से समाप्त करना है। इस QR कोड का स्कैन करके किसी भी स्कोर कार्ड की प्रमाणिकता की पुष्टि की जा सकती है और अभ्यर्थी के व्यक्तिगत विवरण सहित उसके स्कोर को देखा जा सकता है।
PET का स्कोरकार्ड बेहद ही खास है। दरअसल इसमें अभ्यर्थियों के वास्तविक स्कोर, नार्मलाइज्ड स्कोर व पर्सेंटाइल, तीनों को दर्शाया गया है। दरअसल अभ्यर्थियों का वास्तविक स्कोर उसके द्वारा परीक्षा में दिए गए सही व गलत उत्तरों के आधार पर निकाला गया है। नार्मलाइज्ड स्कोर एक से अधिक पाली वाली परीक्षाओं में विभिन्न पालियों में प्रतिभाग करने वाले अभ्यर्थियों को प्राप्तांकों के तुलनात्मक रूप से एक समान स्तर पर लाने के लिए आयोग द्वारा अनुमोदित गणितीय फार्मूले के आधार पर तय किया गया है। जबकि,पर्सेंटाइल स्कोर यह दर्शाता है कि परीक्षा में हिस्सा लेने वाले कितने प्रतिशत अभ्यर्थी मेरिट क्रम में उस अभ्यर्थी से नीचे है। यानी अगर आपका स्कोर 95 पर्सेंटाइल है
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