68500 जिला आवंटन High court UPDATE : अगली संभावित सुनवाई की तिथि 3 जनवरी 2022 सुनिश्चित हुई है।: बादल TEAM, देखें पूरा सार
साथियों नमस्कार!🙏
HIGH COURT ALLAHABAD UPDATE
लाभ से वंचित अभ्यर्थियों की स्पेशल अपील SPLAD 1048/2021 माननीय उच्च न्यायालय इलाहाबाद में सुनवाई नहीं हो पाई जिसकी अगली संभावित सुनवाई की तिथि 3 जनवरी 2022 सुनिश्चित हुई है।
हमारी टीम पहले से ही आप को सूचित करती आ रही है कि आपकी अपनी टीम मैनेजमेंट से सारे कार्य कर रही है बिना आपसे फीस लिए जैसे कि
आप सभी याचीगण का डाटा जब सबमिट हुआ था, वह हमारी टीम द्वारा निशुल्क सरकारी अधिवक्ता को जमा किया गया।(बचत ₹1000)
सुप्रीम कोर्ट की पहली तारीख में टीम ने स्वयं से अधिवक्ता पैनल खड़ा किया।(बचत ₹2000)
सुप्रीम कोर्ट की दूसरी तारीख में टीम फिर से अपने अधिवक्ता को लेकर गए।(बचत ₹1000)
सुप्रीम कोर्ट की तीसरी तारीख में फिर से टीम ने अधिवक्ता स्वयं से हायर किए।(बचत ₹1000)
अब तक आप की टोटल बचत रुपए 5000 प्रति व्यक्ति।सभी mrc और जनरल लाभार्थी की बंपर सेविंग।
अगर सुप्रीम कोर्ट में केस एडमिट हो जाता तो ₹10000 प्रति व्यक्ति हिस्से में फीस आती आपको मजबूरी वश याची बनना पड़ता है,।फुल बचत
विशेष: -हमने डबल बेंच में ₹2000 प्रति व्यक्ति याची बनाए जबकि उसी डबल बेंच में जनरल व्यक्ति ₹4000 फीस देकर याची बने।(बचत ₹2000)
महत्वपूर्ण: -हमारी टीम निकट भविष्य में किसी भी प्रकार का खर्च स्वयं वहन करेगी।
कंपटीशन के इस युग में आवंटन सही होने तक सभी सेवाएं आपको बादल मलिक टीम द्वारा निशुल्क प्रदान की जाएगी।
नोट:- हमारी टीम किसी से कोई fees की मांग नहीं करती है, ना भविष्य में करेगी। क्योंकि हमारी टीम के कुछ लोग ही सब कुछ करने में सक्षम है।
टीम के साथ बने रहे।
साथियों 29 अगस्त 2019 तक बहुत लोगों ने याची बनाएं।
क्या बादल मलिक पर याची बनाने नहीं आते थे, शिक्षामित्र के समय से लड़ाई में हूं लेकिन कभी कोई याची नहीं बनाया और मेरे नाम पर ही मुझे उस वक्त भी आर्थिक सहयोग मिलता था, यह फौजी की इमानदारी लोगों को दिखाई देती थी।
और यह समर्थन मैंने जिला आवंटन की लड़ाई शुरू होते ही इनको समर्पित किया था।
मैंने इन लोगों पर भरोसा किया विश्वास किया लेकिन इन लोगों ने एमआरसी के साथ विश्वासघात किया।एमआरसी पर स्टे लिया 2 साल तक रोक कर रखा तब भी मैंने अपना बड़प्पन दिखाया मेरे वरिष्ठ अधिवक्ता खरे साहब ने आर्डर में स्पष्ट लिखा है कंसेंट दी, अगर ऐसा ना होता तो यही लोग सुप्रीम कोर्ट में भी जाते पूछ लो इनसे कोई भी आपका साथी आस-पास हो जनरल का आप सुप्रीम कोर्ट जाते या नहीं जाते और गए भी थे जो बाकी बच गए थे और आज फिर इलाहाबाद हाई कोर्ट भी जनरल ही गया है। लेकिन फिर भी
जब मंजिल एक है तो अब रास्ते भी एक है,।
जनरल और एमआरसी पॉइंट जीरो एक लोगो को छोड़कर पूरा मेरा साथ है और मेरे समर्थन में है जैसे मैं आह्वान करूंगा।
आप सबको एक आवाज पर मेरे साथ आना होगा बुलंद करनी होगी मेरी आवाज को।
आज 99.99 प्रतिशत शिक्षक टीम के साथ है।
काम दिख ही नही रहा, बोल रहा है, पूरे उत्तर प्रदेश में डंका बज रहा है।
जिला आवंटन मुख्य लीगल टीम
बादल मलिक & टीम