गोरखपुर।कोरोना महामारी के कारण लगे लॉकडाउन में राजकीय आश्रम पद्धति इंटर कॉलेज विष्णुपुरा गौनर चौरी-चौरा में विद्यार्थियों को भोजन कराने के मद में 4,02,450 रुपये खर्च किए गए। सूचना के अधिकार (आरटीआई) के तहत मिली जानकारी में इसका खुलासा हुआ है। वहीं, इस संबंध में विद्यालय प्रबंधन का कहना है कि शासन के आदेश पर फरवरी से मार्च तक विद्यालय खोला गया था। समाज कल्याण विभाग के अधिकारी, शिकायत मिलने पर जांच कराने की बात कह रहे हैं। मियां बाजार निवासी आरटीआई कार्यकर्ता सुशीला देवी के अनुसार, कोरोना की दूसरी लहर में सरकार ने लॉकडाउन तीसरी बार 30 मई तक बढ़ाया था। इस दौरान सभी विद्यालय और शिक्षण संस्थाएं पूर्णतया बंद थे। आरोप है कि राजकीय आश्रम पद्धति इंटर कॉलेज विष्णुपुरा लॉकडाउन के कारण बंद था, लेकिन छात्रों के भोजन मद में लाखों रुपये खर्च किए गए हैं।आरटीआई के तहत मांगी गई, जानकारी में सूचित किया गया है कि
इस विद्यालय में फरवरी-2021 में विद्यार्थियों को 1131 खुराक भोजन कराया गया। इसके लिए 84,825 रुपये खर्च हुए। मार्च-2021 में विद्यार्थियों को 4235 खुराक भोजन कराया गया। इसके लिए 3,17,625 रुपये खर्च किए गए हैं। सुशीला देवी का आरोप है कि फरवरी और मार्च में लॉकडाउन के बावजूद 4,02,450 रुपये खर्च किए गए।
राजकीय आश्रम पद्धति इंटर कॉलेज विष्णुपुरा गौनर चौरी-चौरा के प्रभारी प्रधानाचार्य डॉ. जीतेंद्र कुमार शर्मा ने बताया कि शासन के आदेश पर नौ फरवरी-2021 से कक्षा 11-12 और मार्च-2021 में कक्षा नौ-दस की कक्षाएं शुरू हुई थीं। विद्यालय में 209 विद्यार्थी पढ़ते हैं। उनकी उपस्थिति के आधार पर फरवरी में 1311 और मार्च में 4235 खुराक भोजन कराया गया। इसमें कहीं कोई गड़बड़ी नहीं है।
जिला समाज कल्याण अधिकारी वशिष्ठ नारायण सिंह ने बताया कि राजकीय आश्रम पद्धति विद्यालयों में फरवरी-मार्च में विद्यार्थियों के भोजन की मद में धन खर्च किए जाने की जानकारी नहीं है। यदि शिकायत की जाती है तो जांच कराई जाएगी। गड़बड़ी मिलने पर कार्रवाई की जाएगी