फर्जीवाड़े पर नकेल, शिक्षकों के प्रमाण-पत्रो का होगा सत्यापन,सूची तैयार करने के निर्देश
गोरखपुर: परिषदीय विद्यालय में तैनात शिक्षकों-कर्मचारियों के मूल प्रमाण पत्रों का नए सिरे से सत्यापन होगा। फर्जी शिक्षकों पर नकेल कसने के लिए डीएम के निर्देश पर खंड शिक्षाधिकारी अपने-अपने ब्लाक के शिक्षकों के मानव संपदा पोर्टल पर अपलोड़ अंक-पत्र व प्रमाण पत्रों का सत्यापन करेंगे।संदेह की स्थिति में संबंधित बोर्ड से सत्यापन कराएंगे।
परिषदीय विद्यालयों में नियुक्ति सामने आ चुका है फर्जीवाड़ा
गोरखपुर जिलाधिकारी विजय किरन आनंद ने गत 23 नवंबर को परिषदीय विद्यालयों में अनियमित, नियम विरुद्ध व फर्जी रूप से नियुक्त शिक्षकों के प्रकरण की समीक्षा की थी। समीक्षा के दौरान उन्होंने बेसिक शिक्षा विभाग को फर्जी शिक्षकों पर नकेल कसने के लिए अंक पत्रों व प्रमाण पत्रों के सत्यापन के निर्देश दिए थे। बैठक के बाद हरकत विभाग हरकत में आ गया और बीएसए ने तत्कालीन खंड शिक्षाधिकारियों को सत्यापन शुरू करने का फरमान जारी कर दिया।
यहां के अंक पत्रों व प्रमाण पत्रों रहेगी खास नजर
सत्यापन के दौरान शिक्षकों, अनुदेशकों, शिक्षामित्रों के डा.भीमराव आंबेडकर विवि आगरा तथा संपूर्णानंद संस्कृत विवि वाराणसी से उत्तीर्ण अंकपत्रों व प्रमाणपत्रों पर भी विशेष नजर रहेगी। इनका सत्यापन विकासखंडवार सत्यापन कराकर खंड शिक्षाधिकारी बेसिक शिक्षा कार्यालय को रिपोर्ट्स उपलब्ध कराएंगे। इसी के साथ ही मृतक आश्रित शिक्षकों-कर्मचारियों के अभिलेख भी मानव संपदा पोर्टल पर अपलोड कराकर खंड शिक्षाधिकारी इनकी सूची तैयार कर बीएसए को सौपेंगे।
अब तक 88 शिक्षक हो चुके बर्खास्त
फर्जी शिक्षकों के खिलाफ कार्यवाही को लेकर बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से अभियान चलाया गया है। इसके तहत जिले में अब तक 88 शिक्षक बर्खास्त हो चुके हैं। जबकि 83 पर मुकदमा पंजीकृत है। अभी भी आधा दर्जन से अधिक निलंबित शिक्षकों के विरुद्ध जांच चल रही है।
शिक्षकों कर्मचारियों के अंक पत्रों का होगा सत्यापन
बीएसए बेसिक शिक्षा अधिकारी रमेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि जिलाधिकारी के निर्देश पर जनपद के परिषदीय स्कूलों के शिक्षकों-कर्मचारियों के अंकपत्रों व प्रमाणपत्रों का नए सिरे से सत्यापन कराया जाएगा। इसको लेकर खंड शिक्षाधिकारियों को पत्र भेज दिए गए हैं।