बस्ती : यूपीटीईटी का पेपर आउट करने तथा आंसर शीट उपलब्ध कराने के मामले में गिरफ्तार पांचों आरोपितों को पुलिस ने बुधवार को सीजेएम के न्यायालय में पेश किया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में जिला कारागार भेज दिया गया। मामले में गिरफ्तार प्राथमिक विद्यालय भानपुर के सहायक अध्यापक सत्येंद्र सिंह उर्फ सोनू सिंह को बीएसए ने तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। वहीं मामले में प्रमुख आरोपित अब भी फरार है। हालांकि पुलिस उसके घर तक पहुंच गई, मगर वह पुलिस के हाथ नहीं लगा। उस पर आरोप है कि उसी ने बस्ती में सबसे पहले लीक किए गए पर्चे व आंसर शीट को उपलब्ध कराया था।
टीईटी पर्चा लीक कर आंसर शीट के साथ उसे वाट्सएप ग्रुप पर शेयर करने के मामले में बस्ती से बुधवार को एक सहायक अध्यापक समेत पांच लोग पकड़े गए थे। एसपी की ओर से गठित स्पेशल टीम एंटी नारकोटिक्स के प्रभारी योगेश सिंह व थानाध्यक्ष लालगंज उमाशंकर तिवारी ने थाना क्षेत्र के गौरा घाट से आनंद प्रकाश यादव, जगदीश यादव निवासी माझा मानपुर, थाना गौर, विनय कुमार निवासी मुंडेरवा (लबनापार) थाना कोतवाली, शिक्षक सत्येंद्र सिंह उर्फ सोनू तथा धर्मेंद्र यादव निवासी तिघरा थाना लालगंज जनपद बस्ती को गिरफ्तार किया था। उनके पास से पांच मोबाइल जिसकी गैलरी में साफ्ट कापी के रूप में टीईटी 2021 का मूल प्रश्न पत्र व आंसर शीट मौजूद था। साफ्ट कापी को हार्ड कापी के रूप में निकलवाकर बरामद किया गया था।
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भूपेंद्र की गिरफ्तारी के बाद खुलेगा पर्चा लीक होने का राज
एसपी आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि गिरफ्तार आरोपितों से पूछताछ के दौरान पता चला कि गोंडा जिले के खोड़ारे थानाक्षेत्र के नेतौरा कोट खास गांव का रहने वाला भूपेंद्र चौधरी ही बता सकता है कि उसे पर्चा और आंसर शीट कहां से मिला, क्योंकि उसी ने सबसे पहले आनंद प्रकाश यादव को वाट्सएप पर लीक हुआ पर्चा व आंसर शीट उपलब्ध कराया था। इसके लिए उसने एक लाख रुपये आनंद से मांगे थे। भूपेंद्र की गिरफ्तारी के लिए एंटी नारकोटिक्स की टीम लगी हुई है। जल्द ही वह पुलिस की गिरफ्त में होगा।