प्रयागराज:प्रदेश के 4500 से अधिक सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों में प्रशिक्षित स्नातक (सहायक अध्यापक), प्रवक्ता और प्रधानाचार्यों के लगभग सात हजार पदों पर भर्ती की तैयारी है। प्रदेश सरकार विधानसभा चुनाव की अधिसूचना जारी होने से पहले नई भर्ती शुरू करना चाहती है। यही कारण है कि 31 अक्तूबर तक 15 हजार से अधिक पदों पर भर्ती पूरी करने के तुरंत बाद उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड ने सभी जिला विद्यालय निरीक्षकों को पत्र लिखकर तीन से 12 दिसंबर तक ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से रिक्त पदों की जानकारी (अधियाचन) अपलोड करने के निर्देश दिए थे।सूत्रों के अनुसार प्रशिक्षित स्नातक (टीजीटी) और प्रवक्ता (पीजीटी) के पांच हजार रिक्त पदों की सूचना प्राप्त हुई है। जबकि प्रधानाचार्यों के दो हजार से अधिक खाली पदों पर चयन होगा। टीजीटी-पीजीटी की भर्ती में अक्तूबर 2019 के बाद खाली हुए पदों को शामिल किया गया है। अक्तूबर 2019 से पहले तक के रिक्त पदों पर टीजीटी-पीजीटी 2021 के तहत भर्ती हो चुकी है। चयन बोर्ड की ओर से भर्ती के संबंध में शासन को प्रस्ताव भेजा जा रहा है। शासन की मंजूरी मिलने के बाद ऑनलाइन आवेदन लिए जाएंगे।
आठ साल बाद होगी प्रधानाचार्यों की भर्ती
प्रधानाचार्यों के पदों पर भर्ती के लिए आठ साल बाद प्रक्रिया शुरू होने जा रही है। इससे पहले चयन बोर्ड ने 31 दिसंबर 2013 को प्रधानाचार्यों के 599 पदों पर भर्ती के लिए आवेदन मांगे थे। उसके बाद से टीजीटी-पीजीटी 2016 और 2021 भर्ती कराई गई, लेकिन प्रधानाचार्य का विज्ञापन जारी नहीं हो सका था। अक्तूबर 2019 तक चयन बोर्ड को प्रधानाचार्य के 1453 रिक्त पदों की सूचना मिली थी। उसके बाद से 500 से अधिक पद और खाली होने की जानकारी मिली है। इस बार प्रधानाचार्यों की भर्ती लिखित परीक्षा के माध्यम से कराने की तैयारी चल रही है।