प्रयागराज : भर्ती कोई भी निकले, उसमें आवेदकों की संख्या हजारों में होती है। एक पद पर सैकड़ों दावेदार रहते हैं, लेकिन उसमें योग्य अभ्यर्थियों की दरकार पूरी नहीं होती। उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग को कई भर्तियों में योग्य अभ्यर्थी नहीं मिले। चिकित्सा विभाग की भर्तियों की स्थिति ज्यादा खराब है, उसके सैकड़ों पद खाली हैं।
खाली पद भरने को दोबारा विज्ञापन निकाला जाएगा, लेकिन नई भर्ती के लिए प्रतियोगियों को इंतजार करना पड़ेगा, क्योंकि प्रक्रिया शुरू नहीं हुई है और चुनाव आचार संहिता लगी रहने तक शुरू भी नहीं होगी। लोक सेवा आयोग ने एलोपैथिक चिकित्साधिकारी श्रेणी-2 के तहत 15 संवर्गों में भर्ती के लिए विज्ञापन निकाला था।
इसके तहत कुल 3620 पदों की भर्ती निकली थी, जिसमें सैकड़ों पद खाली रह गए। पीडियाट्रिशिन के 600 पदों में 181 अभ्यर्थियों का चयन हुआ। एनेस्थिेसिया के 590 पदों में 114, जनरल फिजिशियन के 590 पदों में 102, गाइनोकोलाजिस्ट के 590 पदों में 244, जनरल सर्जन के 590 पदों में 189, रेडियोलाजिस्ट के 75 पदों में सात, ईएनटी के 75 पदों में 46, डर्मटोलाजिस्ट के 75 पदों में 29, फोरेंसिक विशेषज्ञ के 75 पदों में 23 अभ्यर्थियों का ही चयन हो पाया है। वहीं, सहायक सांख्यिकीय अधिकारी के 11 पदों में सिर्फ पांच योग्य अभ्यर्थी मिल सके हैं। इसी प्रकार स्टाफ नर्स/सिस्टर गे्रेड-2 (महिला/पुरुष) परीक्षा-2021 के तहत 4743 पदों की भर्ती में 3014 अभ्यर्थियों का चयन हुआ है। योग्य अभ्यर्थी न मिलने के कारण बाकी पदों को खाली छोड़ना पड़ा है।