झांसी। बेसिक शिक्षा परिषद के विद्यालयों मेें दिव्यांग विद्यार्थी भी शामिल हैं। जिले में बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा संचालित इन स्कूलों में दो हजार 216 दिव्यांग विद्यार्थी पंजीकृत हैं। इन दिव्यांग बच्चों के लिए सिर्फ नौ स्पेशल एजुकेटर ही नियुक्त हैं। इस के अनुसार लगभग 200 से अधिक विद्यार्थियों पर सिर्फ एक स्पेशल एजुकेटर नियुक्त है।
जिले के आठ ब्लॉक में कुल 1452 बेसिक शिक्षा परिषद के विद्यालय संचालित किए जा रहे हैं। जिसमें समेकित शिक्षा के अंतर्गत कुल 2216 विद्यार्थी पंजीकृत हैं। इन दिव्यांग विद्यार्थियों को पढ़ाने के लिए 27 स्पेशल एजुकेटर के पद सृजित हैं। लेकिन अभी तक सिर्फ 10 स्पेशल एजुकेटर ही नियुक्ति किए जा सके हैं। 11 पद अभी तक रिक्त ही पड़े हैं। हालात यहां तक हैं कि समेकित शिक्षा के अंतर्गत पढ़ने वाले विद्यार्थियों तक विशेष प्रशिक्षक मुश्किल से महीने में एक बार ही उन विद्यार्थियों तक पहुंच पाते हैं। प्रतिदिन प्रत्येक प्रशिक्षक को एक ब्लॉक के दो विद्यालयों के इन बच्चों को पढ़ाने की जिम्मेदारी है। लेकिन इस आंकड़ों के अनुसार तो 250 विद्यार्थी पर एक विशेष प्रशिक्षक है। एक विशेष प्रशिक्षक पर एक दिन में दो विद्यालयों के दिव्यांग विद्यार्थियों को पढ़ाने की जिम्मेदारी है। इस हिसाब से यदि एक प्रशिक्षक एक दिन जिस विद्यालय में जाएगा तो अगली बार 80 दिन बाद उन विद्यालयोें में वापस जा पाएगा। हालांकि समेकित शिक्षा के जरिए दिव्यांग विद्यार्थियों का पढ़ाने का प्रयास सराहनीय है लेकिन प्रशिक्षकों के अभाव में इन बच्चों को लगातार प्रशिक्षण नहीं मिल पा रहा।
दिव्यांग बच्चों को भी शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए वर्ष 2000 में समेकित शिक्षा की शुरूआत की गई थी, जिसके अंतर्गत परिषदीय विद्यालयों में दिव्यांग बच्चों को भी प्रवेश दिया जाने लगा। वर्ष 2000-05 तक परिषदीय विद्यालयों के शिक्षकों को ही इन विद्यार्थियों को पढ़ाने के लिए प्रशिक्षित किया जाने लगा था। वर्ष 2005 के बाद से परिषद ने विशेष प्रशिक्षक का पद सृजित किए।
विशेष प्रशिक्षक को प्रत्येक दिन दो विद्यालयों के दिव्यांग विद्यार्थियों को पढ़ाना होता है। जिसकी जानकारी उनको व्हाट्सएप ग्रुप पर भी देनी होती है। – रत्नेश त्रिपाठी, जिला समन्वयक समेकित शिक्षा
समेकित शिक्षा के अंतर्गत विद्यार्थियों के लिए 9 विशेष प्रशिक्षक और एक फिजियोथैरेपिस्ट नियुक्त हैं, रिक्त पदों पर भर्ती की प्रक्रिया आचार संहिता हटने के बाद की जाएगी। – बीएसए, वेदराम
विशेष प्रशिक्षक पद
फिजियोथेरेपिस्ट 1
मानसिक विकलांगता हेतू 3
श्रवण विकलांगता हेतू 4
दृष्टि बाधित के लिए 2