निर्वाचन ड्यूटी न करने वाले शिक्षक व कर्मचारी कार्रवाई से बचने के लिए अब विभागीय अधिकारियों का चक्कर लगा रहे हैं। इसके लिए नेताओं की परिक्रमा भी की जा रही है। कई तो ऐसे हैं जो कि गैर जनपद से मेडिकल बनवाने में जुटे हैं। हालांकि उनकी कोशिश कितनी कारगर होगी यह तो विभागीय जांच के बाद ही पता चलेगा।
प्रतापगढ़ |
विधानसभा चुनाव में ड्यूटी न करने वाले छह सौ से अधिक शिक्षकों और कर्मचारियों पर कार्रवाई की तलवार लटक रही है। ऐसे लोगों की सूची तैयार कर संबंधित विभाग को भेज दी गई है। अब विभाग की तरफ से नोटिस जारी कर इनसे जवाब मांगा जा रहा है। माना जा रहा है कि इसके बाद कार्रवाई का दौर चलेगा।
जिले में 27 फरवरी को मतदान प्रक्रिया संपन्न हो गई। इसे पूरा करने के लिए जिला प्रशासन ने शिक्षा, विकास विभाग के लोगों को लगाया था। बताया जाता है कि करीब 15 हजार शिक्षक व कर्मचारी की ड्यूटी लगाई गई थी। ऐसे लोगों को दो दौर का प्रशिक्षण देने के बाद मतदान कराने के लिए भेजा गया। इनमें से छह सौ से अधिक ऐसे शिक्षक व कर्मचारी रहे जो कि निर्वाचन प्रशिक्षण में तो शामिल हुए लेकिन मतदान कराने नहीं गए। हालांकि प्रशिक्षण में शामिल न होने वाले 39 शिक्षक व कर्मचारियों पर पहले ही एफआईआर प्रशासन की तरफ दर्ज कराई जा चुकी है। अब मतदान ड्यूटी न करने वाले छह सौ से अधिक मतदान कार्मिकों के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी है। इसके लिए सीडीओ ने ऐसे लोगों की सूची तैयार कर संबंधित विभाग को भेज दी है। इनमें से बड़ी संख्या ऐसे मतदान कार्मिकों की है जिन्होंने किसी वजह से असमर्थता जताते हुए ड्यूटी न करने के लिए आवेदन किया था। अब विभाग इनके आवेदन का परीक्षण करने के बाद ही कार्रवाई का निर्णय लेगा। माना जा रहा है कि इनमें से अधिकतर शिक्षक व कर्मचारी कार्रवाई की जद में हैं।