यूपी सरकार भले ही बेसिक शिक्षा का स्तर सुधारने के लिए प्रयास कर रही हो और इसके लिए सर्व शिक्षा अभियान के तहत करोड़ों रुपये पानी की तरह बहाये जा रहे हों लेकिन फिर भी जिम्मेदार पदों पर बैठे लोग सरकार की मंशा को पलीता लगाने में जुटे हैं। आजमगढ़ जिले से एक ऐसी ही तस्वीर सामने आई है जो शिक्षा व्यवस्था का हाल चीख-चीख कर बयां कर रही है।
खंड शिक्षा क्षेत्र फूलपुर के पूक (पुष्पनगर ) स्थित परिषदीय विद्यालय में शुक्रवार से परीक्षा शुरू हुई। वहीं परिसर की साफ सफाई हेतु कोई व्यवस्था न होने के कारण विद्यालय के छात्र छात्राओं को हाथों में झाड़ू पकड़ा कर पूरे परिसर की साफ सफाई बच्चों के द्वारा कराई जा रही थी।
विद्यालय हो या गांव साफ-सफाई की हालत खस्ता
सरकार की ओर से गांवों और विद्यालयों की साफ-सफाई के लिए सफाई कर्मियों की तैनाती की गई है। इसके बाद गांव की तो बात ही छोड़िए विद्यालयों की सफाई भी नहीं हो पा रही है। सरकार की ओर से स्वच्छ भारत मिशन अभियान भी चलाया जा रहा है। जिसके तहत लोगों के घरों में शौचालय बनवाए जा रहे हैं। गांवों से लेकर शहर तक साफ-सफाई कराई जा रही है।
इसके बाद भी विद्यालय हो या गांव साफ-सफाई की हालत खस्ता है। कुछ ऐसा ही नजारा फूलपुर तहसील के परिषदीय विद्यालय पुष्पनगर में देखने को मिला। जहां वार्षिक परीक्षा में भाग लेने पहुंचे बच्चों को अध्यापकों ने झाड़ू देकर विद्यालय की सफाई में लगा दिया।
बच्चे परीक्षा देने की बजाए हाथों में झाड़ू लेकर विद्यालय की सफाई करते नजर आए। इस संबंध में खंड शिक्षा अधिकारी फूलपुर महेंद्र कुमार से बात की गई तो उन्होंने कहा कि स्कूल के छात्र-छात्राओं से झाड़ू लगवा कर विद्यालय परिसर की साफ सफाई कराना किसी भी दशा में उचित नहीं है। इस संबंध में जांच कर कार्रवाई की जाएगी।