आगरा। सरकार की ओर से गरीब बच्चों की पढ़ाई के लिए प्रयास किए जा रहे हैं, लेकिन हकीकत देखें तो विभाग ही बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ कर रहा है।
परिषदीय स्कूलों की परीक्षा 24 मार्च से शुरू हो गई हैं। लेकिन जिले के सैकड़ों स्कूल ऐसे हैं। जो जनवरी से खुले ही नहीं है। विभाग बेखबर है। कहीं स्कूलों में परीक्षा चल रहीं हैं। तो कहीं स्कूल महीनों से बंद हैं। कोरोना काल के चलते इनकी ऑनलाइन पढ़ाई नहीं हो सकी। जब स्कूल खुलने का फरमान जारी हुआ, तो स्कूल में शिक्षक ही तैनात नहीं रहे। इस समय परीक्षा तो दूर इन स्कूलों को जनवरी से खोला तक नहीं गया है। आपके अखबार हिन्दुस्तान ने पड़ताल के दौरान यह खुलासा किया। फतेहपुर सीकरी, जगनेर और सैंया में ऐसे विद्यालय हैं, जो शिक्षकों की तैनाती न होने की वजह से खोले ही नहीं गए हैं।