प्रयागराज, घर पर धमकी भरा पत्र चस्पा करक रंगदारी मांगने की घटना से प्रधानाध्यापिका व उनके परिवार में दहशत का माहौल है। ऐसे में सुरक्षा की दृष्टि से शिक्षिका के घर सिपाही तैनात कर दिए गए हैं।
15 दिन बाद भी अपराधियों का पता नहीं लगा सकी पुलिस
संग्रामगढ़ थाना क्षेत्र के चुभकी अशोग गांव निवासी राधेश्याम गौतम की पत्नी देवकली प्राथमिक विद्यालय हिसामपुर में प्रधानाध्यापक के पद पर तैनात हैं। उनके घर पर नौ मार्च की रात बदमाश पहुंचे थे और 10 लाख रुपये रंगदारी मांगने का पत्र चस्पा करके फायरिंग करते हुए भाग निकले थे। इस मामले में प्रधानाध्यापिका के पति राधेश्याम ने अज्ञात बदमाशों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था
दो शिफ्ट में हो रही पुलिस की तैनाती
घटना के 15 दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस बदमाशों को ट्रेस नहीं कर सकी है। जबकि रंगदारी मांगने वाले ने 10 लाख रुपये ना देने पर बेटे अमित की हत्या करने की धमकी भी दी थी। इससे स्वजन काफी भयभीत हैं। इस बीच दो शिफ्टों में शिक्षिका के घर पर पुलिस तैनात कर दी गई है। एसओ अनिल पांडेय का कहना है कि बदमाशों की तलाश में पुलिस की टीमें लगी हैं।
किसने और क्यों किया था फायरिंग, अब तक बना है रहस्य
रानीगंज के दुर्गागंज बाजार से घर लौट रहे अधिवक्ता पर की गई फायरिंग की वजह अब तक साफ नहीं हो सकी है। पुलिस को घटना के दूसरे दिन भी तहरीर नहीं मिली थी। रानीगंज थाना क्षेत्र के सिंगाही गांव निवासी दुर्गेश कुमार मिश्र अधिवक्ता हैं। बुधवार को देर शाम दुर्गागंज गए थे। बाइक से अपने घर लौट रहे थे तो सिंगाही मोड़ के पास घात लगाए बैठे कुछ दबंगों ने रोककर अधिवक्ता के ऊपर फायर झोंक दिया। गोली उनकी पीठ में लगी। उनको उपचार के लिए रानीगंज अस्पताल से रात में ही प्रताप बहादुर अस्पताल रेफर कर दिया था। वहां इलाज चल रहा है। एसओ त्रिलोकीनाथ पांडेय का कहना है कि तहरीर नहीं मिली है। जांच चल रही है। इधर साथी पर हुए जानलेवा हमले से नाराज़ अधिवक्ताओं ने गुरुवार को रानीगंज तहसील में बैठक की। अध्यक्षता गिरीश चंद्र महेश मिश्रा व संचालन उमाकांत तिवारी ने किया। वरिष्ठ अधिवक्ता देवेश प्रताप सिंह, धर्मराज त्रिपाठी, अजय उपाध्याय, राजेंद्र मिश्र, शशि तिवारी, हैप्पी, राजकुमार यादव आदि ने घटना की निंदा करते हुए कार्रवाई की मांग की।