रेलवे में कर्मचारियों के तीन लाख से अधिक पद खाली, रेल मंत्रालय ने राज्यसभा में भाजपा सांसद सुशील कुमार मोदी के सवाल के जवाब में दी जानकारी।
रेलवे में कर्मचारियों के तीन लाख से अधिक पद खाली, रेल मंत्रालय ने राज्यसभा में भाजपा सांसद सुशील कुमार मोदी के सवाल के जवाब में दी जानकारी।
नई दिल्ली : भारतीय रेल में तीन लाख से अधिक कर्मचारियों और 2500 से अधिक अधिकारियों के पद खाली हैं। इनमें 80 फीसदी से अधिक रेल संरक्षा से जुड़े पद हैं, जोकि सुरक्षित ट्रेन चलाने में अहम भूमिका निभाते हैं।
उत्तर रेलवे में ज्यादा रिक्तियां : रेल मंत्रालय ने शुक्रवार को राज्यसभा में भाजपा सांसद सुशील कुमार मोदी के सवाल के जवाब में बताया है कि 1 फरवरी 2022 तक विभिन्न जोन व श्रेणी में 3,01,414 रेल कर्मचारियों (अराजपत्रित) और 2,519 रेल अधिकारियों (राजपत्रित) के पद रिक्त हैं। इनमें सर्वाधिक उत्तर रेलवे में 37,433 रेल कर्मियों के पद खाली हैं। मालूम हो कि इस जोन में देश की राजधानी दिल्ली आती है। और यहां से देशभर के लिए ट्रेनें चलाई जाती हैं।
रिक्तियों की स्थिति एक दशक से कायम : भारतीय रेल में 14,88,405 पद रेल कर्मचारियों और 17,894 पद रेल अधिकारियों के (कुल 15,06,299) स्वीकृत हैं। लेकिन दो से तीन लाख पद हमेशा खाली रहते हैं। यह स्थिति पिछले एक दशक से बनी हुई है। 2019 और 2020 में औसतन 63,000 रेल कर्मचारी सेवानिवृत्त हुए हैं। 2021 में 56,797 कर्मचारी रिटायर हुए। वहीं, 2022 में 41,431 और 2023 में 36,561 कर्मचारी सेवानिवृत्त हो जाएंगे। मंत्रालय का कहना है कि विभाग में खाली पदों पर भर्ती प्रक्रिया चलती रहती है। इसके तहत पिछले तीन सालों 2019 में 16,851, 2020 में 1,26,765 और 2021 में 4,534 पदों (कुल 1,48,150 पद) पर भर्ती के लिए मनोनयन किया गया है। फिर भी स्वीकृत 15 लाख छह हजार की अपेक्षा साढ़े तेरह लाख कर्मी कार्यरत हैं।
चालू 1.40 लाख की भर्ती होने पर भी स्थिति जस की तस बनी रहेगी : रेल मंत्रालय एक लाख 40 हजार पदों पर भर्ती करने के लिए तीन साल से मशक्कत कर रहा है, पर यह प्रक्रिया आज तक पूरी नहीं हो सकी है। 2019 में इसकी प्रक्रिया शुरू हुई थी। रेलवे ने अपने जवाब में कहा है कि 2019 में नॉन टेक्निकल पॉपुलर कैटेगिरी के 35,281 पद और 1,03,769 लेवल वन यानी ग्रुप-डी के पदों पर भर्ती की प्रक्रिया शुरू की गई है। इनमें मंत्रालय श्रेणी में 1,663 पदों पर भर्ती होनी है। हालांकि, जब तक रेलवे भर्ती प्रक्रिया पूरी करेगा तब तक विभाग से दो लाख रेलकर्मी सेवानिवृत्त हो चुके होंगे।