यूपी बोर्ड परीक्षा में सख्ती से नकल माफिया के होश फाख्ता हैं। ऐसे में छात्रों को पास कराने के लिए मुन्नाभाई का सहारा ले रहे हैं, लेकिन यह भी अधिकारियों की नजरों से नहीं बच पा रहे। शनिवार को बीएसए ने आरके इंटर कॉलेज कोटला में दो मुन्नाभाई पकड़ लिए। दोनों को मौके पर ही पुलिस के सुपुर्द कर दिया। केंद्र व्यवस्थापक ने मुन्नाभाइयों के साथ में उन परीक्षार्थियों के खिलाफ भी तहरीर दी है, जिनके स्थान पर यह परीक्षा दे रहे थे।
शनिवार को बीएसए अंजली अग्रवाल ने आरके इंटर कॉलेज कोटला का निरीक्षण किया तो कक्ष नंबर दो में परीक्षा दे रहे अनमोल अग्रवाल पर संदेह हुआ। कक्ष नंबर तीन में बैठे परीक्षार्थी दलवीर की भी उम्र ज्यादा लग रही थी। इसके साथ में एक अन्य परीक्षार्थी की उम्र ज्यादा होने पर इनसे पूछताछ की, लेकिन तीनों का कहना था कि वही परीक्षार्थी हैं। इस पर बीएसए ने इन्हें केंद्र पर रोकने के ही निर्देश देते हुए दूसरे परीक्षा केंद्रों का निरीक्षण किया। परीक्षा समाप्ति होने से कुछ देर पहले बीएसए फिर से केंद्र पर पहुंच गई। इनके द्वारा फिर भी न मानने पर बीएसए ने पूछा कि आधार कार्ड की मशीन कहीं मिलेगी क्या।
परीक्षा केंद्र के सामने ही मशीन होने की जानकारी पर बीएसए ने पुलिस को बुलाया व उड़नदस्ते में शामिल व्यायाम शिक्षक चेतेंद्र प्रताप सिंह के साथ में तीनों के अंगूठा निशान लगवाने की तैयारी की। तीनों के अंगूठा मशीन पर लगवाए। एक छात्र का अंगूठा मैच खा गया, लेकिन अनमोल एवं दलवीर की परीक्षा दे रहे छात्रों के अंगूठे मैच नहीं खाए। पुलिस की मौजूदगी में सख्ती से पूछताछ की तो अनमोल की जगह पर परीक्षा देने वाले छात्र ने अपना नाम पुष्पेंद्र बताया। पुष्पेंद्र भी अनमोल के गांव नराइच मुस्तफाबाद फरिहा का ही छात्र है। वहीं दलवीर की जगह पर परीक्षा देने वाला उसका भाई अनिल निकला। बीएसए ने दोनों मुन्नाभाई को पुलिस के सुपुर्द कर दिया तथा केंद्र व्यवस्थापक डॉ.राजेंद्र प्रसाद ने मुन्नाभाइयों के साथ में छात्रों के खिलाफ पुलिस को तहरीर दी है।
दयाराम बघेल इंटर कॉलेज हाथवंत के हैं छात्र
दोनों ही छात्र दयाराम बघेल इंटर कॉलेज हाथवंत में पढ़ते हैं। ऐसे में सवाल यह भी खड़ा है कि दलवीर नगला गंगराम एत्मादपुर का छात्र है तो वह आगरा से फिरोजाबाद में प्रवेश लेने क्यों आया। दोनों मुन्नाभाई एक ही कॉलेज के जुड़े होने के कारण संदेह यह भी है कि कहीं इसमें कॉलेज के किसी शिक्षक की मिलीभगत तो नहीं।