सवाल : एक दिन में आंतरिक मूल्यांकन कैसे करेंगे गुरुजी
● परीक्षा केंद्रों पर सभी बच्चों का मूल्यांकन संभव नहीं: एमएलसी
प्रयागराज, प्रमुख संवाददाता। यूपी बोर्ड की इंटरमीडिएट प्रायोगिक परीक्षा में बदलाव को लेकर शिक्षकों में नाराजगी है। परीक्षा केंद्र पर ही प्रायोगिक परीक्षा कराने के विरोध में विधान परिषद में शिक्षक विधायक दल के नेता सुरेश कुमार त्रिपाठी के नेतृत्व में शिक्षकों का प्रतिनिधिमंडल गुरुवार दोपहर 12 बजे यूपी बोर्ड मुख्यालय पर प्रदर्शन करने के बाद सचिव दिब्यकांत शुक्ल को ज्ञापन देगा।
शिक्षक विधायक का कहना है कि आंतरिक मूल्यांकन का आशय है कि जिस शिक्षक ने बच्चे को सालभर पढ़ाया, वह उसकी क्षमता के अनुसार मूल्यांकन करेगा। लेकिन बोर्ड के अदूरदर्शी निर्णय के कारण अब जहां परीक्षा हो रही है, वहां का शिक्षक आंतरिक मूल्यांकन करेगा। एक दिन में कोई शिक्षक कैसे बच्चे का आंतरिक मूल्यांकन कर सकता है।
एमएलसी सुरेश कुमार त्रिपाठी का कहना है कि जिलों में मात्र 10 प्रतिशत स्कूलों को विज्ञान वर्ग की मान्यता है। परीक्षा केंद्रों पर सभी बच्चों का मूल्यांकन संभव नहीं है। जब सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में प्रायोगिक परीक्षा कराई जा रही है तो उसके बाद अपने ही शिक्षकों पर इतना अविश्वास क्यों।