बेसिक शिक्षा परिषद के कक्षा एक से आठ तक के स्कूलों में छात्र-छात्राओं की पढ़ाई अब सुबह 7.30 बजे से दोपहर 12.30 बजे तक होगी। हालांकि शिक्षकों को अपराह्न 1.30 बजे तक विद्यालय में रहना होगा। अभी तक इन विद्यालयों के लिए सुबह आठ बजे से अपराह्न दो बजे तक शैक्षणिक समय निर्धारित किया गया था।
बेसिक शिक्षा परिषद के सचिव प्रताप सिंह बघेल ने शनिवार को इस संबंध में आदेश जारी किया। इसमें कहा गया है कि ग्रीष्मावकाश शुरू होने तक विद्यालय सुबह 7.30 बजे से अपराह्न 1.30 बजे तक संचालित किए जाएंगे। पठन-पाठन के लिए सभी छात्र-छात्राएं सुबह 7.30 बजे से अपराह्न 1.30 बजे तक विद्यालय में उपस्थित रहेंगे। इस दौरान सुबह 7.30 बजे से 7.40 तक प्रार्थना/योगाभ्यास और सुबह 10 बजे से 10.15 बजे तक मध्यावकाश होगा। शिक्षक, शिक्षामित्र व अनुदेशक सुबह 7.30 बजे से अपराह्न 1.30 बजे तक विद्यालय में उपस्थित रहकर अपने दायित्व व अन्य प्रशासकीय कार्य निपटाएंगे। मान्यता प्राप्त विद्यालयों के लिए विद्यालय प्रबंध समिति स्वयं निर्णय लेने के लिए अधिकृत होगी।
इस बीच परिषद के इस फैसले का विरोध भी शुरू हो गया है। विशिष्ट बीटीसी शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष संतोष तिवारी ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर विद्यालय का समय सुबह आठ बजे से दोपहर 12 तक किए जाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि विद्यालय में अध्यापक-अध्यापिका के दोपहर 12.30 से 1.30 बजे तक अकेले रहने का आदेश अव्यवहारिक है। प्रदेश में बहुत से विद्यालय दूरदराज के ग्रामीण अंचलों में हैं, जहां पर एक ही अध्यापिका नियुक्त है। वह अकेले विद्यालय में असुरक्षित होगी और उसके साथ कोई घटना भी हो सकती है। इसके अलावा भीषण गर्मी को देखते हुए भी यह समय अव्यवहारिक है।