प्रयागराज : जिले में पिछले कई दिनों से 45 डिग्री के आसपास मंडरा रहा पारा शुक्रवार को एक बार फिर 46 डिग्री सेल्सियस को पार कर गया। हालत यह रही कि दिन में प्रचंड धूप और उमस भरी गर्मी से लोग परेशान रहे। सूरज के कड़े तेवर से आसमान से जैसे आग बरस रही थी। कड़क धूप और लू से परेशान लोग बचाव को ठौर खोजते रहे। मौसम विज्ञानी प्रो. एचएन मिश्रा के मुताबिक पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता फिर मौसम बदलने का कारण बन सकती है। बादलों की आवाजाही रहेगी, आंधी और बारिश के भी आसार हैं।
भीषण गर्मी ने लोगों को एक बार फिर से बेहाल कर दिया। बारिश की उम्मीद लगाए लोगों को बादलों ने सिर्फ धोखा दिया। दो दिन हल्के बादल धमाचौकड़ी मचाने के बाद उड़ गए। अब तेज धूप तपिश बढ़ा रही है। शुक्रवार को पारा 46.3 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। दिन में घरों से निकले लोग तपिश से परेशान रहे।
तापमान में उतार चढ़ाव के चलते हो सकती है बारिश
शुक्रवार को अधिकतम तापमान 46.3 डिग्री तथा न्यूनतम तापमन 28.4 डिग्री सेल्सियस रहा। वातावरण में नमी बेहद कम और हवा की रफ्तार सुस्त रही। इस कारण उमस भी हावी रही। देर रात हवा की रफ्तार तेज हुई तो मौसम का मिजाज बदल गया। बादलों की आवाजाही भी दिखी। मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि तेज गर्मी और रात-दिन में तापमान का अंतर बारिश का कारण बन सकता है।
मौसम विज्ञानी प्रो. एचएन मिश्रा ने बताया कि गंगा -यमुना का तटीय इलाका होने के कारण प्रयागराज में निम्नवायु भार नहीं बन पा रहा है। यही कारण है कि बादलों की आवाजाही के बाद भी यहां पर बारिश नहीं हो पा रही है। फिलहाल शनिवार या रविवार तक कहीं-कहीं बूंदाबांदी और हल्की बारिश के आसार हैं। मौसम में बदलाव हवाओं के रुख पर निर्भर करेगा। वैसे भी पश्चिमी विक्षोभ कमजोर साबित हो रहा है। हालांकि उसके बाद एक बार फिर गर्मी प्रचंड रूप लेगी और लोगों की परेशानी का कारण बनेगी।