अलीगढ़ । नगर क्षेत्र में गुरुजनों की थानेदारी को खत्म करने के लिए अब टीमें तैयार की जा रही हैं। स्कूलों का विलय कर किसी वरिष्ठ को ही जिम्मेदारी सौंपी जाएगी। अभी कई जुगत व राजनीति के चलते नगर क्षेत्र में स्कूलों के विलय का काम अटका हुआ था। कभी किसी की सिफारिश तो कभी अपनी नेतागीरी के चक्कर में इस काम को लगातार टाला जा रहा था। जबकि ग्रामीण क्षेत्र में स्कूलों का विलय कर वहां एक जिम्मेदार होने की व्यवस्था काफी समय पहले लागू कर दी गई थी। पिछले दो काेरोना काल में लगातार अटक रही व्यवस्था अब पटरी पर दौड़ेगी। ग्रीष्मावकाश के बाद जुलाई में पढ़ाई शुरू होने पर ये व्यवस्था नगर क्षेत्र के स्कूलों में भी दिखाई देगी।
लगभग दो दर्जन स्कूलों से हेडमास्टरों की थानेदारी होगी समाप्त
नगर क्षेत्र में संचालित बेसिक शिक्षा परिषद के करीब दो दर्जन स्कूलों से हेडमास्टरों की थानेदारी समाप्त हो जाएगी। एक ही परिसर मेें संचालित एक या उससे ज्यादा सरकारी स्कूलों का संविलियन कर एक विद्यालय बनाने का काम किया जाएगा। वहां पर दो-दो प्रधानाध्यापकों की बजाय एक ही प्रधानाध्यापक की जिम्मेदारी तय होगी। इसको लेकर हेडमास्टरों की शिक्षक संघों के साथ मिलकर राजनीति पहले से ही हावी रही है। नगर क्षेत्र में संविलियन का काम शुरू करने की योजना तैयार करने के साथ अधिकारियों ने टीमों को बनाने का काम भी शुरू कर दिया है। ये टीमें नगर क्षेत्र के ऐसे विद्यालयों की सूची तैयार करेंगी, जहां एक ही परिसर में एक, दो या तीन-तीन विद्यालय एक साथ संचालित हैं। अभी ऐसे परिसर में संचालित एक से ज्यादा विद्यालयों में अलग-अलग प्रधानाध्यापक हैं। वो अपना चार्ज छोड़ने को तैयार नहीं हैं।
ग्रामीण क्षेत्रों के स्कूलों का हुआ संविलियन
पिछले दो साल पहले शुरू किए गए इस संविलियन के काम में ग्रामीण क्षेत्रों के स्कूलों को तो संविलित कर दिया गया लेकिन नगर क्षेत्र के करीब दो दर्जन विद्यालय अभी भी छूटे हुए हैं। एक ही परिसर मेें दो हेडमास्टर के साथ दो-दो स्कूल संचालित हो रहे हैं। बेसिक शिक्षा अधिकारी के कार्यालय में ये भी चर्चाएं हैं कि नगर क्षेत्र के विद्यालयों में शिक्षक नेताओं व प्रधानाध्यापकों की मनमानी के चलते संविलियन का काम रुका हुआ है। वे स्कूलों का संविलियन कर हेडमास्टर का चार्ज छोड़ना नहीं चाह रहे हैं।
कोरोना के चलते अटका था काम
बीएसए सतेंद्र कुमार ढाका ने बताया कि कोरोना काल के चलते कुछ विद्यालयों के संविलियन का काम अटक गया था। छात्र संख्या, शिक्षक संख्या व स्कूलों की सूची तैयार कराई जा रही है। जुलाई के शुरुआती हफ्ते से पहले नगर क्षेत्र में संविलियन का काम पूरा करा लिया जाएगा। निर्देशों का पालन न करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। शासन की ओर से बनाई गई व्यवस्था में कोई अड़ंगा लगाएगा तो उसके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई भी होगी।