बस्ती। जनपद के एक परिषदीय संविलियन स्कूल को इंटर कॉलेज तो चौदह प्राथमिक विद्यालयों को हाईटेक मॉडल स्कूल बनाने की तैयारी शुरू हो गई है। हाल ही में इन परिषदीय स्कूलों का ऑपरेशन कायाकल्प के तहत सौंदर्यीकरण कराया गया है। इंटर कॉलेज बनने से चयनित क्षेत्र के तमाम विद्यार्थियों को पढ़ाई के लिए दूर नहीं जाना पड़ेगा। वहीं, हर ब्लॉक में एक-एक संविलियन स्कूल के मॉडल स्कूल बनने से शिक्षा के स्तर में सुधार की उम्मीद को भी पंख लगने वाले हैं।
जिले में कुल 2,206 परिषदीय स्कूल में से 1,437 प्राथमिक 639 उच्च प्राथमिक और 319 संविलियल विद्यालय हैं। अधिकतर स्कूल कायाकल्प योजना के तहत कक्षा कक्ष, पुस्तकालय, शौचालय, पेयजल, फर्नीचर, पार्क, झूले आदि की व्यवस्था भी कर ली गई है। वहीं, अब प्रस्तावित नई कार्ययोजना के तहत जिले में संचालित 319 संविलियन स्कूलों में से एक स्कूल का चयन इंटर तक की पढ़ाई के लिए होने जा रहा है। इसमें ऐसे स्कूल का चयन होगा, जिसका भवन जर्जर और जीर्णशीर्ण स्थिति में हो ताकि उपलब्ध फंड से वहां नए विद्यालय भवन का निर्माण हो सके। इसके लिए स्कूल का क्षेत्रफल 16 हजार वर्गमीटर होना चाहिए। चयनित स्कूल में कक्षा एक से 12 तक की कक्षाएं चलेंगी। इसमें लगभग 800 बच्चों को एक साथ पढ़ाने की सुविधा के साथ ही अध्यापकों के लिए अलग स्टाफ रूम और प्रधानाध्यापक रूम व साइंस लैब भी बनाया जाएगा।
इसके साथ ही सभी 14 ब्लॉक में संचालित संविलियन स्कूलों में से एक-एक का चयन हाईटेक मॉडल स्कूल स्कूल के रूप में होगा। जिसके लिए विभाग तैयारी शुरू कर दी है। इन स्कूलों को अभ्युदय संविलियन स्कूल का नाम दिया जाएगा। यहां कक्षा एक से आठ तक की पढ़ाई होगी। यहां पांच कक्ष में डाइनिंग हॉल, स्मार्ट क्लास, पुस्तकालय, कंप्यूटर कक्ष व साइंस लैब होगी। पूरे स्कूल भवन को इको फ्रेंडली तर्ज पर विकसित कर टॉयलेट पर्यावरण के अनुकूल पानी की बचत को ध्यान में रखते हुए उच्चीकृत होंगे। बच्चों के लिए साइकिल स्टैंड व पार्किंग स्थल समेत पेड़ पौधे और हरियाली का ध्यान रखा जाएगा। न्यूनतम तीन हजार वर्ग मीटर क्षेत्रफल वाले स्कूलों को ही मॉडल स्कूल के तहत विकसित कराया जाएगा, जहां 250 विद्यार्थी एक साथ शिक्षा ग्रहण कर सकेंगे। संवाद
शासन से इंटर कॉलेज और मॉडल स्कूल के चयन का प्रस्ताव मांगा गया है। इसके लिए खंड शिक्षा अधिकारियों से मानक के अनुसार संविलियन स्कूलों की सूची तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं। सूची मिलते ही शासन को भेज दी जाएगी।
-जगदीश शुक्ला, बीएसए