बाराबंकी। बेसिक शिक्षा विभाग के परिषदीय विद्यालयों में पढ़ाई के नाम पर औपचारिकता निभाई जा रही है। नया शिक्षा सत्र शुरु हुए एक माह से ज्यादा का समय बीत चुका है मगर लक्ष्य के अनुसार नामांकन नहीं हो सका है। इतना ही नहीं आधे से अधिक बच्चे विद्यालय पहुंच ही नहीं रहे हैं। क्योंकि मिड-डे मील में बच्चों की मौजूदगी 45 से 50 प्रतिशत के बीच में ही है। मिड-डे मील में बच्चों की उपस्थिति से यह खुलासा हुआ है।
जिले में 2636 परिषदीय विद्यालय हैं। इनमें 1792 प्राथमिक विद्यालय, 475 पूर्व माध्यमिक विद्यालय, 369 कंपोजिट विद्यालय हैं। बीते वर्ष 4 लाख 19 हजार बच्चे इन विद्यालयों में अध्ययनरत थे। नया शिक्षा सत्र शुरु हुआ तो 87 हजार 378 बच्चों के नामांकन का लक्ष्य निर्धारित किया गया था।
अप्रैल माह व मई का पहला सप्ताह बीत चुका है मगर विभाग बहुत कोशिशों के बाद भी करीब 65 हजार बच्चों का नामांकन ही कर पाया है। अधिकारी 20 मई तक नामांकन का लक्ष्य प्राप्त करने की बात कह रहे हैं। इस दौरान एक सबसे बड़ी बात यह देखने को मिली कि नामांकन के अनुसार बच्चों की विद्यालय में उपस्थिति नहीं हो पा रही है।
मिड-डे मील के जिला समन्वयक डॉ. पियूष कुमार स्वीकार करते हैं कि मिड-डे मील में बच्चों की उपस्थिति 45 से 50 फीसदी ही है। साफ जाहिर है कि आधे से अधिक बच्चे स्कूल की चौखट तक नहीं पहुंच रहे हैं।
पुरानी किताबों से ही हो रही पढ़ाई
इस बार परिषदीय विद्यालय के बच्चों को अभी तक नई किताबें नहीं मिल सकी हैं। सत्र प्रारम्भ होने के समय सभी प्रधानाध्यापकों को पुरानी किताबों से ही पढ़ाई के निर्देश दिए गए थे। कोशिश की गई कि पुरानी किताबें जमा कर ली जाय। हालांकि इस दौरान तमाम किताबें फट गई तो कुछ बच्चों ने दूसरे स्कूलों में दाखिला करा लिया। ऐसे में किताबों की कमी है। अधिकारियों का कहना है कि किताबों को लेकर कोई आदेश या निर्देश अभी नहीं मिले हैं।
बच्चों के नामांकन पूरे होने की रिपोर्ट जिले से निदेशालय भेजी जाएगी। इसके बाद ही यूनीफॉर्म व किताबों को लेकर पहल होगी। 20 मई तक नामांकन का लक्ष्य पूरा करने की कोशिशें जारी हैं। बच्चों की उपस्थिति बढ़ाने के लिए सभी बीईओ को निर्देश दिए गए हैं।
-अमित कुमार, बीएसए