वाराणसी, हिमाचल प्रदेश पुलिस आरक्षी भर्ती की लिखित परीक्षा का प्रश्न पत्र 27 मार्च को लीक करने के मामले में दो शातिरों को एसटीएफ ने गिरफ्तार कर लिया है। एसटीएफ वाराणसी और हिमाचल पुलिस ने संयुक्त रूप से मंगलवार को छावनी स्थित एक कान्वेंट स्कूल के पास से अर्दलीबाजार के विंध्यवासिनी नगर कॉलोनी निवासी शिवबहादुर सिंह और करंडा (गाजीपुर) के खुलासपुर निवासी अखिलेश यादव को पकड़ा। शिवबहादुर म्जौनपुर के जलालपुर के मुजरा गांव का रहने वाला है।
पेपर लीक मामले में हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले के गगल थाने में मुकदमा दर्ज है। परीक्षा के एक दिन पूर्व 27 मार्च को पर्चा लीक कराया गया था। इस मामले में कुल 52 आरोपितों को गिरफ्तार किया जा चुका है। गिरोह के सक्रिय सदस्य शिवबहादुर और अखिलेश के वाराणसी व आसपास के जनपदों में छिपे होने की सूचना मिली थी। इस पर हिमाचल प्रदेश पुलिस ने एसटीएफ से सहयोग मांगा। मुखबिर की सूचना पर एसटीएफ निरीक्षक अनिल कुमार सिंह के नेतृत्व में टीम छावनी क्षेत्र में पहुंची और दोनों को गिरफ्तार कर लिया। उनके पास से बिना नंबर की एक कार और मोबाइल बरामद किया गया है। हिमाचल पुलिस ने दोनों को वाराणसी कोर्ट में पेश कर ट्रांजिट रिमांड पर लेने की कार्यवाही कर रही है।
करीब दो दशक से सक्रिय हैं शातिर: एसटीएफ के अपर पुलिस अधीक्षक विनोद कुमार सिंह ने बताया कि शिवबहादुर सिंह सन-2003 से अन्तर्राज्यीय प्रतियोगी परीक्षाओं का पेपर लीक करने वाले बेदीराम गैंग का सक्रिय सदस्य है। विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं के पेपर लीक कराकर अभ्यर्थियों को दिया जाता था।