आगरा में बच्चों को पढ़ाई का बेहतर माहौल देने के लिए मंडी सईद खां के प्राथमिक विद्यालय में 25 लाख रुपये खर्च कर नई इमारत, फर्नीचर, झूले लगवाए गए। लेकिन स्कूल आने वाले बच्चे चिलचिलाती धूप में जमीन पर बैठ रहे हैं। जो कमरे संवारे गए, उनमें खंड शिक्षाधिकारी ने अपना कार्यालय खोल लिया है। स्कूल के चार कमरों में अधिकारी बैठ रहे हैं, जबकि चार कमरों में ही पूरा स्कूल चल रहा है। इस स्कूल का पुनर्निर्माण समाजसेवी डवी सरीन ने बच्चों के लिए कराया था।
शिक्षा विभाग ने परिषदीय प्राथमिक विद्यालय मंडी सईद खां में खंड शिक्षा अधिकारी (बीईओ), नगर क्षेत्र का कार्यालय बनाया है। बच्चों को धूप में पढ़ते हुए देखकर मंगलवार को क्षेत्रीय पार्षद शिरोमणि सिंह स्कूल पहुंचे। ऑफिस के रूप में बनाए गए कमरे खाली पड़े थे, जबकि बच्चे धूप में थे। उन्हें बताया गया कि चारों कक्ष कार्यालय के कब्जे में हैं, इस पर उन्होंने आपत्ति दर्ज कराई।
प्राथमिक विद्यालय मंडी सईद खां में श्यामादेवी जूनियर हाईस्कूल, बेसन की बस्ती को भी शिफ्ट कर दिया गया है। दोनों स्कूलों को मिलाकर विद्यार्थियों की संख्या 307 है। विद्यालय में कुल नौ कक्ष हैं। पांच स्कूल के पास और चार बीईओ, नगर क्षेत्र के कार्यालय के लिए हैं। पार्षद की आपत्ति के बाद मंगलवार को दो कक्ष स्कूल के लिए खाली किए गए।
विभाग का कार्यालय कहीं और बनाएं
स्कूल का पुनर्निर्माण कराने वाले डवी सरीन ने बताया कि करीब चार वर्ष पहले स्कूल को पूरा तोड़कर बनाया गया था। खेलकूद के सामान, फर्नीचर, शिक्षकों की टेबल व कुर्सी तक की व्यवस्था की। एक से पांच तक और छह से आठ तक विद्यार्थियों के लिए अलग ब्लॉक बनवाए गए। अब शिक्षा विभाग ने कब्जा जमा लिया है। विद्यार्थियों को बाहर जमीन पर बैठाया जा रहा है। जिला प्रशासन से अनुरोध है कि विभाग का कार्यालय कहीं और शिफ्ट कराएं, स्कूल को विद्यार्थियों के लिए रहने दें।
‘बीएसए और बीईओ को पत्र दे चुका हूं’
प्रधानाध्यापक शिव कुमार शर्मा ने कहा कि स्कूल से बीईओ नगर क्षेत्र का कार्यालय कहीं और शिफ्ट किए जाने के संबंध में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी और खंड शिक्षा अधिकारी (बीईओ) को पत्र लिख चुका हूं। बात भी रखी है। बीईओ नगर क्षेत्र के कार्यालय के लिए चार कक्ष ले लिए गए थे, उसमें से दो कक्ष मंगलवार को खाली कर दिए गए।
बीईओ का कार्यालय स्कूल से हटवाया जाएगा
एडी बेसिक महेश चंद्र ने कहा कि स्कूल विद्यार्थियों के लिए होता है। कक्षों में बैठना उनका अधिकार है। मैं खुद विद्यालय का निरीक्षण करूंगा। विद्यार्थियों को कक्षों में बैठाया जाएगा, बीईओ नगर क्षेत्र का कार्यालय स्कूल से हटवाया जाएगा।
पार्षद शिरोमणि सिंह ने कहा कि ये अजब हाल है। बच्चों के लिए स्कूल की दशा सुधारी गई थी, न कि अधिकारियों के लिए। बेसिक शिक्षा विभाग के पास इतनी बड़ी इमारत है, कहीं भी ऑफिस शिफ्ट कर सकते हैं। ऐसा काम करेंगे तो कौन स्कूलों की दशा सुधारने के लिए आगे आएगा। ये ऑफिस यहां से हटना चाहिए।