जिला विद्यालय निरीक्षक आरएन विश्वकर्मा ने जिले के 36 तदर्थ शिक्षकों के वेतन रोकने संबंधी अपने 20 मई के आदेश को वापस ले लिया। 24 मई को जारी संशोधन में डीआईओएस ने लिखा है कि अपर मुख्य सचिव माध्यमिक शिक्षा आराधना शुक्ला की अध्यक्षता में 19 मई को आयोजित बैठक में मिले निर्देश के क्रम में वेतन रोका गया था।
प्रयागराज, । केस वन: इंदिरा गांधी इंटर कॉलेज मऊआइमा में सामाजिक विषय के सहायक अध्यापक श्रीकांत मिश्र ने 2003 में तदर्थ शिक्षक के रूप में पढ़ाना शुरू किया। उम्मीद थी कि आज नहीं तो कल विनियमित हो जाएंगे। लेकिन संजय सिंह के मामले में 26 अगस्त 2020 को आए सुप्रीम कोर्ट के फैसले ने उम्मीदों पर पानी फेर दिया। 31 मार्च 2023 को सेवानिवृत्ति से नौ महीने पहले नौकरी जा चुकी है। पिछले 19 सालों में सोचा नहीं था कि इस तरह से स्कूल से विदा होना पड़ेगा।
इसी स्कूल में अंग्रेजी के तदर्थ शिक्षक शिव कुमार की भी सेवानिवृत्ति डेढ़ साल बाद 2024 में है। माध्यमिक शिक्षा विभाग के अफसरों ने सेवा समाप्ति के आदेश कर दिए हैं जिसके कारण कुछ समझ नहीं आ रहा। सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों में दिसंबर 2000 के बाद नियुक्त तदर्थ शिक्षकों को सर्वोच्च न्यायालय के आदेश पर उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड ने प्रशिक्षित स्नातक (टीजीटी) और प्रवक्ता (पीजीटी) भर्ती 2021 में अवसर देने के साथ भारांक भी दिया लेकिन अधिकांश शिक्षक फेल हो गए। दो दशक तक स्कूल में पढ़ाने के बाद अब इन शिक्षकों के सामने अंधेरा है। सेवानिवृत्ति पर पेंशन और फंड मिलने की उम्मीद भी नहीं बची है।