लखनऊ । उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषद के विद्यालयों में दो साल बाद खेलकूद प्रतियोगिताएं फिर शुरू होंगी। विद्यालय से लेकर राज्य स्तर तक खेलकूद प्रतियोगिताएं व सांस्कृतिक कार्यक्रमों की तैयारियां तेज हो गई हैं। जिलों को खेल सामग्री खरीदने के लिए सरकार ने प्रति प्राथमिक विद्यालय पांच हजार व उच्च प्राथमिक विद्यालय को दस हजार रुपये की धनराशि दी है। प्रतियोगिताएं जुलाई से नवंबर तक कराई जाएंगी। ज्ञात हो कि कोरोना संक्रमण की वजह से दो साल प्रतियोगिताएं नहीं हुईं।
शिक्षा निदेशक बेसिक डा. सर्वेंद्र विक्रम बहादुर सिंह ने मंडलीय सहायक शिक्षा निदेशक बेसिक व बेसिक शिक्षा अधिकारियों को भेजे आदेश में लिखा है कि विद्यालय से न्याय पंचायत स्तर तक की खेलकूद प्रतियोगिताएं एक अगस्त तक पूरी होंगी। विकासखंड स्तर पर सितंबर माह के पहले सप्ताह तक, जिला स्तर पर अक्टूबर माह के पहले सप्ताह तक व मंडल स्तर पर प्रतियोगिताएं नवंबर माह के पहले सप्ताह तक होंगी।
इसी माह के अंत तक राज्य स्तर पर परीक्षाएं पूरी कर ली जाएंगी। निर्देश है कि तय माह में तारीखों का इंतजार किए बिना प्रतियोगिताएं कराई जाएं। साथ ही खेलकूद को स्कूल की गतिविधि में शामिल किया जाए पहले चार दिन खेलकूद व व्यायाम व आखिरी दो दिन स्काउट की गतिविधियों का संचालन हो।
निर्देश है कि विभिन्न खेलों के लिए बच्चों का चयन करके उन्हें तैयार किया जाए। कक्षा एक से लेकर आठ तक में दाखिल हर बच्चा किसी न किसी खेल से जरूर जुड़े और हर बच्चे को खेलने का अवसर मिले। खेल टीमों में अक्सर एक विद्यालय या एक ही विकासखंड के बच्चे दिखते हैं, जबकि मंडल स्तर पर सभी जिलों के खेल विशेष के उत्कृष्ट खिलाड़ियों का चयन किया जाए, इसी तरह जिले की टीम में समूचा जनपद दिखाई दे। इस तरह से चयन पर बच्चे राज्य स्तर की टीम में शामिल हो सकेंगे।
ये होंगे खेल व सांस्कृतिक आयोजन : एथलेटिक्स, कुश्ती, वालीबाल, खो-खो, टेबिल टेनिस, जिमनास्टिक, व्यायाम व विशेष प्रदर्शन, योगा, जूडो, बास्केटबाल, तैराकी, फुटबाल, क्रिकेट, कबड्डी, हाकी, हैंडबाल, बैडमिंटन, लोकगीत, लोकनृत्य और राष्ट्रीय एकांकी