उत्तर प्रदेश के हाथरस के एक सरकारी स्कूल में स्टॉफ और टीचर की लापरवाही के चलते दूसरी कक्षा में पढ़ने वाला एक छात्र अकेले कमरे में बंद हो गया और स्कूल वाले स्कूल को ताला लगाकर चलते बने। बच्चे की चीख पुकार सुनकर स्थानीय लोगों ने किसी तरह बच्चे को स्कूल से निकाला। जानकारी के मुताबिक हाथरस जिले के एक सरकारी स्कूल में कक्षा दूसरी में पढ़ने वाला छात्र प्रेम प्रकाश नगला स्कूल में पढ़ते-पढ़ते क्लॉस में ही सो गया। स्कूल की छुट्टी हुई लेकिन प्रेम प्रकाश गहरी नींद में सोता रहा। छुट्टी होने के बाद स्कूल के किसी स्टॉफ ने कमरे चेक नहीं किए और स्कूल को ताला लगाकर सब अपने-अपने घर चले गए।
शाम करीब चार बजे प्रेम प्रकाश की आंख खुली तो वो दंग रह गया क्योंकि वो क्लॉस में बिलकुल अकेला था और दरवाजा बाहर से बंद था। बच्चा घबरा गया और जोर जोर से चिल्लाने और रोने लगा। गनीमत ये रही कि स्कूल के पास ही किसी स्थानीय ने बच्चे की चीख पुकार सुनी। आसपास के कई लोग मौके पर इकट्ठा हो गए। इस बीच बच्चे के पिता भी मौके पर पहुंच गए और सबने मिलकर ताला तोड़ दिया। इसके बाद बच्चे को सकुशल बाहर निकाला जा सका।
इस मामले में स्कूल प्रशासन की घोर लापरवाही को देखते हुए बेसिक शिक्षा अधिकारी संदीप सिंह ने सासनी के प्रखंड शिक्षा अधिकारी अखिलेश प्रताप सिंह को मामले की जांच का आदेश दिया है। इस मामले में प्रधानाध्यापक सहित दस कर्मचारियों को तत्काल सस्पेंड भी कर दिया गया है। संदीप सिंह ने कहा- शुरुआती जांच के बाद शुक्रवार को स्कूल के प्रधानाध्यापक, शिक्षा मित्र और शिक्षक समेत 10 शिक्षकों को सस्पेंड कर दिया गया है। संदीप सिंह ने प्रशिक्षक और तीन शिक्षामित्रों की एक महीने की सैलरी काटने का भी आदेश दिया है।