पत्नी से प्यार मोहब्बत की बात को लेकर तकरार हो गई। पत्नी बड़ी बेटी और उसके दो बच्चों को लेकर रुष्ट होकर मायके चली गई। इसके बाद एक व्यक्ति ने पत्नी को मायके से मनाकर लाने के लिए अवकाश मांगा। बाबू ने बाकायदा विभाग को लेटर लिखा और उसमें पत्नी के बारे में भी जिक्र किया। खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय प्रेम नगर में कार्यरत लिपिक को इस आग्रह के बाद तीन दिन का अवकाश स्वीकृत कर दिया गया है। स्टेशन छोड़ने की अनुमति भी दे दी गई है।
आरटीई में प्रवेश कराने के लिए चल रहे अभियान में शामिल लिपिक शमशाद अहमद का कहना है कि वह अवकाश चाहते थे लेकिन अवकाश नहीं मिल रहा था। हमने अपने परिवार की वास्तविक स्थिति को रखते हुए बीईओ से छुट्टी मांगी थी। छुट्टी के लिए दिए प्रार्थना पत्र में उन्होंने लिखा कि पत्नी के मायके चले जाने से वह मानसिक रूप से काफी आहत हैं। शमशाद ने इसके लिए 04 से 06 अगस्त तक तीन दिनों का अवकाश मांगा था। इस पत्र के वायरल हो जाने के बाद खंड शिक्षा अधिकारी दीपक अवस्थी ने लिखित से उनकी छुट्टी स्वीकृत कर दी।
इसमें लिखा है कि अवकाश प्रार्थना पत्र के क्रम में आकस्मिक अवकाश 04 से 06 अगस्त तक स्वीकृत की जाती है। आवेदन करने वाले लिपिक को स्टेशन छोड़ने की भी अनुमति दी गई है। उधर, विभाग ने अवकाश के लिए दिए प्रार्थना पत्र की गुपचुप जांच भी शुरू की है। आवेदन 02 अगस्त को दिया गया था। अवकाश देने से इनकार नहीं किया गया था। अवकाश 03 अगस्त को स्वीकार कर लिया गया। प्रार्थना पत्र के स्वरूप को लेकर विभाग जांच कर रहा है कि ऐसा क्यूं लिखा गया।