जल निगम में अब सहायक इंजीनियरों की भर्ती लोक सेवा आयोग द्वारा होगी। अब तक ये भर्तियां मुख्यालय स्तर पर होती थी। यूपी में पिछली सरकार के दौरान हुई सहायक अभियंताओं की भर्ती में धांधली के बाद ये फैसला लिया गया है। वर्तमान में जल निगम ग्रामीण में 125 पदों पर भर्ती के लिए प्रस्ताव भेजा गया है।
इसके लिए उत्तर प्रदेश जल निगम अभियंता (सार्वजनिक स्वास्थ्य शाखा) सेवा नियमावली में संशोधन कर दिया गया है। इसमें मुख्यालय स्तर पर भर्ती की व्यवस्था समाप्त करते हुए उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग से कराने की व्यवस्था की गई है।
पुरानी व्यवस्था में भर्ती के लिए मुख्यालय स्तर पर एजेंसी का चयन किया जाता था और लिखित परीक्षा व साक्षात्कार के आधार पर भर्तियां होती थीं। इसमें धांधली की संभावना बनी रहती थी। इसीलिए जब भी कोई पद खाली होगा उसे आयोग से भर्ती कराया जाएगा।
राज्य सरकार ने शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों के लिए जल निगम का बंटवारा कर दिया है। ग्रामीण क्षेत्र का अधिकार नमामि गंगे को दिया गया है और शहरी क्षेत्र की जिम्मेदारी नगर विकास विभाग के पास है। जल निगम शहरी क्षेत्र में तो अपने अभियंता हैं, लेकिन ग्रामीण में अभी प्रतिनियुक्ति के सहारे काम चलाया जा रहा है।
जल निगम ग्रामीण के पास मौजूदा समय जलापूर्ति को लेकर काफी काम है। इसीलिए आयोग से छह माह में इन पदों को भरने का अनुरोध किया गया है, जिससे परियोजनाएं तय समय के अंदर पूरी कराई जा सकें।