गोरखपुर। जिले में 243 मदरसों में पढ़ने वाले 18 हजार छात्र और करीब एक हजार शिक्षक आधुनिक शिक्षण तकनीक से जुड़ेंगे। इसके लिए मदरसे के शिक्षकों को प्रशिक्षित करने का सिलसिला शुरू हो गया है। ई-लर्निंग एप के माध्यम से बच्चे एनसीईआरटी समेत अन्य महंगी किताबों का अध्ययन कर ऑनलाइन कर सकेंगे। इसके लिए बाकायदा मदरसे की आईडी और पासवर्ड जारी किया जाएगा।मदरसा बोर्ड से जिले में 10 एडेड समेत 233 मान्यता प्राप्त मदरसा संचालित होते हैं। इन मदरसों में कुल 18 हजार छात्र पंजीकृत हैं। सभी मदरसों के शिक्षकों और शिक्षणेत्तर कर्मचारियों को ई-लर्निंग एप का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। एप को मोबाइल पर डाउनलोड करने, सही ढंग से चलाने, एप के माध्यम से शिक्षा सम्बन्धित वीडियो व नोट्स डालने, छात्रों को होमवर्क देने आदि के बारे में प्रशिक्षण दिया जा रहा है। ई लर्निंग एप की मदद से मॉडर्न एजुकेशन से मदरसों को जोड़ने की कोशिश की जा रही है इसकी मदद से एनसीईआरटी के पाठ्यक्रम भी सहज ढंग से छात्रों की पहुंच में होंगे। सरकार की मंशा है कि मदरसा बोर्ड के छात्र भी बेहतर और उच्च शिक्षा हासिल करेंगे, जिसको लेकर सरकार द्वारा यह पहल की गई है। पहले चरण में शिक्षकों को प्रशिक्षित कर विद्यालय की आईडी व पासवर्ड जारी किया जा रहा है। इसके बाद इस एप से छात्रों को भी जोड़ा जाएगा। ताकि बच्चे घर बैठे आधुनिक तकनीक से जुड़कर किसी भी किताब को पढ़ सकें।
ई-लर्निंग एप के माध्यम से छात्र आधुनिक तकनीक से जुड़ेंगे। पहले चरण में प्रत्येक मदरसे से एक-एक शिक्षक को एप के बारे में प्रशिक्षित किया जा चुका है। अगले चरण में छात्रों को जानकारी देकर उनके मोबाइल पर एप डाउनलोड कराया जाएगा।
- आशुतोष कुमार पाण्डेय, जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी