आसान नहीं पीसीएस 2022 की राह
प्रयागराज, प्रदेश की सबसे प्रतिष्ठित भर्ती सम्मिलित राज्य/प्रवर अधीनस्थ सेवा (पीसीएस)-2022 की राह प्रतियोगी छात्रों के लिए आसान नहीं होगी। पीसीएस 2021 का अंतिम परिणाम घोषित न होने के कारण उसके संभावित चयनित अभ्यर्थी भी मंगलवार से शुरू हो रही पीसीएस 2022 की मुख्य परीक्षा में शामिल होंगे। इसके चलते प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी। 2021 में 670 की तुलना में पीसीएस 2022 में 384 पद होने के कारण भी प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी।
पूर्व सैनिकों को पांच फीसदी आरक्षण न देने का विवाद हाईकोर्ट में लंबित होने के कारण पीसीएस 2021 का अंतिम परिणाम साक्षात्कार संपन्न होने के बावजूद घोषित नहीं हो सका है। अभ्यर्थियों का दावा है कि 2021 का साक्षात्कार दे चुके अभ्यर्थी ऊहापोह में होने के कारण 2022 मुख्य परीक्षा की तैयारी एकाग्रता से नहीं कर सके हैं। तो वहीं 2022 के अभ्यर्थी भी 2021 का अंतिम परिणाम न आने से परेशान हैं और तैयारी प्रभावित हुई है।यही नहीं तमाम अभ्यर्थियों ने 30 सितंबर को प्रस्तावित बिहार लोक सेवा आयोग की प्रारंभिक परीक्षा के लिए भी आवेदन किया है। ये अभ्यर्थी दो में से किसी एक परीक्षा चुनने को लेकर भी परेशान हैं। एक परीक्षा का चक्र पूरा हुए बगैर जब भी दूसरी प्रक्रिया आगे बढ़ती है तब ओवरलैपिंग के कारण छात्रों का नुकसान होता है। इसी प्रकार पीसीएस 2016 की प्रक्रिया पूरी हुए बगैर 2017 का चयन शुरू हो गया था। इसके कारण 2016 में नायब तहसीलदार के 209 पदों पर चयन के बावजूद 134 अभ्यर्थियों ने ही ज्वाइन किया था। शेष अभ्यर्थियों का चयन या तो पीसीएस 2017 में हो गया या फिर उन्होंने ज्वाइन ही नहीं किया।