संस्कारविहीन शिक्षा का औचित्य नहीं
प्रयागराज। संस्थाओं और संगठनों की ओर से शिक्षक दिवस समारोह धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर रोटरी इलाहाबाद की ओर से सिविल लाइंस स्थित एक रेस्टोरेंट में शिक्षक दिवस समारोह आयोजित किया गया।
मुख्य अतिथि एडीजी प्रेम प्रकाश ने 15 शिक्षकों को शॉल, उपहार भेंट कर सम्मानित किया। सम्मानित होने वालों में दिव्या पांडेय, पुष्पा थापा, रंजीता पाठक, त्रिभुवन सिंह, रूबी ओझा, आरती अग्रवाल, संजीता गुप्ता, विनीता श्रीवास्तव, अल्पना सक्सेना, रश्मि पांडेय, शोभा कुमारी शामिल रहीं। स्वागत विपिन संचालन डॉ. अशोक कुमार शुक्ल ने किया।
कमला ग्राम विकास संस्थान एवं वाइस फॉर चाइल्ड राइट्स की ओर से हिन्दुस्तानी एकेडेमी में संगोष्ठी और शिक्षक समारोह आयोजित किया गया। मुख्य अतिथि न्यायमूर्ति विपिन दीक्षित ने 27 शिक्षकों को विद्या सेतु सम्मान से सम्मानित किया। न्यायमूर्ति ने अपने संबोधन में कहा कि संस्कार विहीन शिक्षा औचित्यहीन है। सम्मानित होने वाले शिक्षकों में प्रो. एनके शुक्ला, डॉ. शैलेन्द्र राय, डॉ. अनूप कुमार, डॉ. विनम्र सेन सिंह, डॉ.पवन पाठक, डॉ.इंदु प्रकाश सिंह, डॉ.वीरेन्द्र सिंह, राम प्रकाश पांडेय, डॉ. सुयोग पांडेय, डॉ. विनय कुमार सिंह, धृजेश सोनी, राजेंद्र गिरी, डॉ अवधेश यादव, मनीष पाठक, मोहम्मद रफीक, शिशिर कुमार, उमेश कुमार दुबे, उमेश खरे, डॉ. जय प्रकाश शर्मा, डॉ.रंजना राय, सौरभ शुक्ल, प्रभा रानी, डॉ.विनय कुमार सिंह, राघवेंद्र प्रताप सिंह चन्देल, आभा सिंह, डीके सिंह शामिल रहे।