कुशीनगर।
बेसिक शिक्षा विभाग विशुनपुरा ब्लॉक के 178 परिषदीय स्कूलों के 85 फीसदी में आपरेशन कायाकल्प के तहत विभाग चमकाने का दावा कर रहा है। इसके उलट धरातल पर अधिकांश विद्यालय में चहारदीवारी नहीं है या निर्माणाधीन हैं तथा वर्षों से कुछ अधूरे पड़े हैं। एक दर्जन स्कूलों में शौचालय अधूरे हैं। इन विद्यालयों में धरातल पर काम नहीं होने से बच्चों के साथ शिक्षकों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
परिषदीय विद्यालयों को निजी स्कूलों से बेहतर बनाने के लिए ऑपरेशन कायाकल्प अभियान चलाया जा रहा है। इन स्कूलों में 19 बिंदुओं पर विकास कार्य कराये जाने हैं। विभागीय आंकड़ों की मानें तो विशुनपुरा ब्लॉक में कुल 178 परिषदीय विद्यालय हैं। इनमें 114 प्राथमिक विद्यालय में 46 कंपोजिट और 18 उच्च प्राथमिक विद्यालय शामिल हैं। शासन स्तर से इसके लिए अगस्त महीने तक का पूरा करने का समय निर्धारित रहा, लेकिन ब्लॉक में सुस्त गति से कार्य चल रहा है। इसके कारण ब्लॉक के कुल 178 परिषदीय स्कूलों में 85 फीसदी यानि 150 स्कूलों में कायाकल्प के तहत काम कराया गया है।
इन स्कूलों में 19 बिंदुओं के सापेक्ष सिर्फ 17 बिंदु पर काम हुआ है। शेष दो बिंदुओं में शामिल दिव्यांग शौचालय व फर्नीचर की व्यवस्था अभी तक नहीं हो सकी है। ब्लॉक के 35 विद्यालयों में चारदीवारी नहीं है, 36 में अधूरे हैं और 12 स्कूलों में शौचालय अधूरे हैं। आकांक्षात्मक ब्लॉक में शामिल विशुनपुरा के सभी स्कूलों में 19 बिंदुओं में शामिल पीने के लिए पानी, बच्चों के लिए टायल्स वाले शौचालय, दिव्यांग शौचालय, फर्नीचर, हैंडवासिंग यूनिट, क्लास रूम में टाइल्स, ब्लैक बोर्ड, किचेन, पेंटिंग, रैंप, विद्युतीकरण और बिजली कनेक्शन आदि काम होना है।
इन विद्यालयों में नहीं है चहारदीवारी
ब्लॉक के प्राथमिक विद्यालय पुर्नहा बुजुर्ग, कन्या विद्यालय खेसिया, पटेरिया आबादकारी, प्राथमिक विद्यालय बृंदावन, खाखर टोला, मठिया प्रसिद्ध तिवारी, संविलयन विद्यालय पकहां पश्चिमी, संविलियन विद्यालय पखनहॉ समेत 35 विद्यालयों में चहारदीवारी नहीं है। इन स्कूलों में से 28 में काम शीघ्र शुरू होने वाला है। शेष सात स्कूलों में विवाद के कारण बाउंड्रीवाल निर्माण में ग्रहण लगा है।
तीन स्कूलों में नहीं है शौचालय, 19 में अधूरे
ब्लॉक के प्राथमिक विद्यालय बड़हरिया, दांदोपुर व रामहरख टोला में शौचालय बना ही नहीं है। शेष 19 स्कूलों में शौचालय उपयोग लायक नहीं है। इनमें परिषदीय विद्यालय बड़हरा, भुईसोहरा, विंदवलिया, दामोदरी, धांगड़ टोली, दुबौली, डुमरी, एकवनही खुर्द आदि शामिल हैं। शौचालय के अभाव में शिक्षकों के साथ बच्चों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
आकांक्षात्मक ब्लॉक में शामिल विशुनपुरा के सभी 178 स्कूलों में कायाकल्प के तहत काम कराकर संतृप्त किया जाना है। 85 फीसदी विद्यालयों में 19 बिंदुओं में 17 बिंदुओं पर काम पूरा हो गया है। दो बिंदुओं में शामिल दिव्यांग शौचालय व फर्नीचर का काम अधूरा है। सभी परिषदीय स्कूलों को आगामी दिसंबर माह तक चमका दिया जायेगा।
देवमुनि वर्मा, बीईओ विशुनपुरा