Lucknow, दिवाली के अगले ही दिन बाद 25 अक्तूबर को परिषदीय विद्यालय खुले तो लेकिन शिक्षकों और छात्रों की उपस्थिति ना के बराबर रही। बुमाशिक्ल एक प्रतिशत छात्र भी विद्यालय नहीं पहुंचे। कई विद्यालयों में एक छात्र नहीं आया। वहीं अधिकतर शिक्षक भी सीएल लेकर अवकाश पर रहे।
यह पहली बार हुआ जब परिषदीय विद्यालय दिवाली के अगले ही दिन खुले। इस बार दिवाली की विद्यालयों में 24, 26 और 27 को अवकाश घोषित था जबकि बीच में एक दिन के लिए विद्यालय खोलने के आदेश हुए। मंगलावर विद्यालय खुले लेकिन छात्रों की उपस्थिति नगण्य रही। कुछ विद्यालय में एक तो किसी में 3 तो किसी में एक भी छात्र नहीं पहुंचा। यही स्थिति शिक्षकों की भी रही। अधिकतर शिक्षक अवकाश पर रहे। जिन विद्यालयों शिक्षकों की संख्या एक या दो रही ऐसे विद्यालय बंद ही रहे। शिक्षक सीएल लेकर अवकाश पर चले गए।
उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष सुधांशु मोहन और मंत्री वीरेंद्र सिंह ने बताया कि ऐसा कभी हुआ नहीं जब दिवाली के अगले दिन विद्यालय खुले हों। जिलाधिकारी से सार्वजनिक अवकाश घोषित करने की मांग की गई थी लेकिन कुछ हुआ नहीं। उन्होंने बताया कि प्रदेश के कई जिलों में मंगलवार को सार्वजनिक अवकाश घोषणा की गई है। उन्होंने बताया कि दिवाली शिक्षक अपने पैतृक निवास स्थान पर जाते हैं। दूरस्थ स्थानों से अगले दिन ही सुबह लौटकर विद्यालय ज्वाइन करना मुमकिन नहीं है। वहीं बच्चे भी ज्यादातर शहर में नहीं रहते जो विद्यालय आएं। वहीं बेसिक कार्यालय भी खुला रहा लेकिन कुछ ही कर्मचारी कार्यालय पहुंचे