लखनऊ, । मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश प्रशासनिक दृष्टि से एक चुनौतीपूर्ण राज्य भी है। इस चुनौती के बावजूद प्रधानमंत्री और केन्द्रीय गृह मंत्री के मार्गदर्शन में राज्य सरकार कानून-व्यवस्था को निरन्तर सुदृढ़ रखने में सफल सिद्ध हुई है। यूपी महिला अपराध में सजा दिलाने में पहले स्थान पर है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यह बातें गुरुवार को हरियाणा के सूरजकुण्ड में गृह मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में आयोजित दो दिवसीय चिन्तन शिविर में कहीं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बीते पांच वर्षों में कानून-व्यवस्था के सुदृढ़ीकरण के लिए पुलिस बल में चार आयामों-भर्ती और प्रशिक्षण, पुलिस बल का आधुनिकीकरण, अवस्थापना सुविधाओं में वृद्धि तथा वर्तमान चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए गृह मंत्रालय के मार्गदर्शन में तेजी से कार्य किए गए। चिंतन शिविर में राज्यों के मुख्यमंत्री, गृह मंत्री, संघशासित प्रदेशों के उपराज्यपाल तथा प्रशासक भाग ले रहे हैं। मुख्यमंत्री ने विश्वास व्यक्त किया कि यह चिन्तन शिविर प्रधानमंत्री के ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ के संकल्प को साकार करने की दिशा में महत्वपूर्ण योगदान देगा।
अपराध और अपराधियों के प्रति जीरो टॉलरेंस मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में पुलिस के लिए अवस्थापना सुविधाओं में वृद्धि, पुलिस रिफॉर्म और पुलिस बल को तकनीकी से जोड़ने के अच्छे नतीजे आए हैं। इससे प्रदेश में कानून का राज स्थापित करने में मदद मिली है। उन्होंने अपराध और अपराधियों के प्रति जीरो टॉलरेंस की अपनाई गई नीति के बारे में कहा कि प्रदेश में वर्तमान में संगठित अपराध समाप्त हो चुका है। ऐसे अपराधी जेल में हैं या पुलिस मुठभेड़ में उनकी मौत हो चुकी है।
सभी वर्गों में सुरक्षा की भावना सुदृढ़ हुई सीएम योगी ने माफिया के खिलाफ कार्रवाई के बारे में कहा कि माफिया और अन्य अपराधियों की 44 अरब 59 करोड़ रुपये की संपत्ति का जब्तीकरण और ध्वस्तीकरण किया गया है। माफिया और अपराधियों की अवैध संपत्ति का जब्तीकरण कर उन पर बालिकाओं के लिए कॉलेज और निर्बल वर्ग के लिए आवास बनाए जा रहे हैं।