शिक्षक विधायक चुनने में गुरुजी नहीं ले रहे रुचि
आरोप-प्रत्यारोप भी जारी
आरोप है कि निर्वाचन आयोग इस चुनाव को गंभीरता से नहीं लेता है। मतदाता आवेदन पत्रों की ठीक ढंग से जांच भी नहीं की जाती। जिसके कारण इस चुनाव में बड़े पैमाने पर फर्जी वोटर बनाए जाते हैं। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ ठकुराई गुट के प्रदेश महामंत्री लालमणि द्विवेदी का आरोप है कि 2017 के चुनाव में भी हजारों की संख्या में फर्जी वोटर बनाए गए थे। जांच की मांग की गई थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई।
निर्वाचन कार्यालय में मतदाता फॉर्म
तहसील अब तक 2016 में
कुल मतदाता
सदर 1727 4770
सोरांव 1003 1134
फूलपुर 816 1533
हंडिया 653 1585
करछना 1187 555
मेजा 981 1125
बारा 505 1683
कोरांव 487 538
प्रयागराज वरिष्ठ संवाददाता। इलाहाबाद-झांसी शिक्षक खंड निर्वाचन में मतदाता बनने के लिए शिक्षक ही रुचि नहीं ले रहे हैं। शायद यही कारण है कि अब तक पिछले साल की तुलना में लगभग साढ़े पांच हजार कम आवेदन आए हैं। हालांकि अभी फॉर्म जमा हाने की आखिरी तारीख सात नवंबर है, ऐसे में फॉर्म जमा होने की उम्मीद है।
इलाहाबाद-झांसी खंड शिक्षक विधायक के चुनाव के लिए इस वक्त मतदाता सूची तैयार हो रही है। इससे पहले 2016 में मतदाता सूची तैयार हुई थी। उस वक्त जिले में कुल 12,923 मतदाता थे। जिसमें सर्वाधिक 4770 मतदाता सदर में थे। इस बार नए नियम के तहत पुराने और नए सभी मतदाताओं को नए सिरे से फॉर्म भरना होगा। निर्वाचन कार्यालय में अब तक कुल 7,359 फॉर्म जमा हुए हैं। शिक्षकों के फॉर्म कम आने से सभी परेशान हैं। हालांकि सभी को यह लगातार कहा जा रहा है कि आवेदन समय से जमा करें, जिससे परेशानी न हो।
करछना में बढ़ गए मतदाता करछना में पिछले चुनाव की तुलना में मतदाता बढ़ भी चुके हैं। यहां 2016 में तैयार वोटर लिस्ट में 555 मतदाता थे, जबकि इस बार अब तक कुल 1187 मतदाता हो चुके हैं, जो शुभ संकेत हैं और इस तहसील में शिक्षकों की जागरूकता का प्रमाण है।