अमृतपुर प्रधान व एक पूर्व प्रधान की प्रधानाध्यापिका को धमकाने व ट्रांसफर कराने की धमकी के विरोध में छात्र-छात्राओं ने तहसील में नारेबाजी की। कहा कि दोनों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। ग्राम प्रधान के भय से प्रधानाध्यापिका ने अवकाश ले लिया है। राजेपुर ब्लाक के जूनियर हाईस्कूल बिरसिंहपुर में तैनात इंचार्ज प्रधानाध्यापिका नीलम राठौर की ग्राम प्रधान से किसी बात को लेकर कहासुनी हो गई थी। इससे प्रधान और पूर्व प्रधान शिक्षिका को आए दिन ट्रांसफर कराने व स्कूल से उठवा लेने की धमकी देते हैं। इसकी जानकारी छात्र-छात्राओं को हुई, तो आक्रोश फैल गया। गुरुवार को छात्र-छात्राएं तहसील पहुंची। प्रधान श्यामू व एक पूर्व प्रधान के खिलाफ नारेबाजी की उन्होंने दोनों आरोपियों पर कार्रवाई की मांग की। एसडीएम को पत्र देकर शिक्षिका का ट्रांसफर न करने की मांग की। छात्र-छात्राओं ने बताया कि प्रधान के भय से शिक्षिका ने अवकाश ले लिया है।
एसडीएम पदम सिंह ने खंड शिक्षा अधिकारी अनूप कुमार सिंह को बुलाकर मामले की जानकारी की। खंड शिक्षा अधिकारी ने बच्चों से शिक्षिका का स्थानांतरण न करने की बात कही। एसडीएम ने मामले की जांच राजेपुर थानाध्यक्ष को सौंपी।
इस पर बच्चे स्कूल जाने की बजाय पर चले गए। प्रधान श्यामू ने बताया कि आरोप निराधार है। स्कूल के बच्चे पंचायत घर में पानी पीने जाते थे।
चार माह पूर्व हैंडपंप खराब कर देने पर भतीजे ने पानी पीने से मना किया, तो प्रधानाध्यापिका ने घर पर गाली-गलौज की थी। यही नहीं मुकदमा भी दर्ज करवा दिया था। इसी के चलते वह झूठे आरोप लगा रही है।