मैनपुरी, जिले में फर्जी अभिलेखों से नौकरी पाने वाले शिक्षकों की जड़ें काफी मजबूत दिख रही है। शिक्षा विभाग की जांच में एक बार फिर से तीन फर्जी शिक्षक सामने आए हैं। जांच में इनके अभिलेख फर्जी पाए गए हैं जांच के बाद जिला चयन समिति के पास इनकी सेवाओं की समाप्ति के लिए फाइल भेजी गई है।
फर्जी शिक्षकों को लेकर जिले में समय समय पर बेसिक शिक्षाधिकारियों ने कार्रवाई की है। वर्ष 2017 से शुरू हुई जांच में एक के बाद एक फर्जी शिक्षक सामने निकलकर आ रहे हैं। पहलीबार पूर्व बीएसए रामकरन यादव ने वर्ष 2017 में जांच कराई थी। इस दौरान 31 शिक्षक फर्जी पाए गए थे जिनको बीएसए रामकरन गादव ने बर्खास्त करते हुए उनके विरुद्ध एफआईआर भी दर्ज कराई थी। तब से लगातार जांच जारी है। बीएसए दीपिका गुप्ता को मिली शिकायतों के आधार पर तीन शिक्षकों की जांच कराई गई जांच के दौरान इनके अभिलेख फर्जी पाए गए है। जांच टीम ने अपनी रिपोर्ट बीएसए को भेजी है। बीएसए ने जिला चयन समिति के पास रिपोर्ट भेजी है। इन शिक्षकों को कभी भी सेवाएं समाप्त हो सकती हैं।