गाजीपुर।कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों में अब शिक्षिकाओं, कर्मचारियों की उपस्थिति आनलाइन न होकर फेस रीडर एप से दर्ज होगी। इसमें कर्मचारियों एवं शिक्षकों को छात्राओं के साथ खुद की फोटो खाँचकर अपलोड करनी होगी। ऐसा न करने पर उन्हें अनुपस्थित माना जाएगा। यह उपस्थित उन्हें दिनभर में तीन चार दिखानी होगी।
जिले में शैक्षिक दृष्टि से पिछड़े 14 ब्लाकों में कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय खोले गए हैं। इन विद्यालयों में वाइन शिक्षिकाओं सहित करीब 12 कर्मचारी तैनात हैं। इनकी हजिरी पहले ऑनलाइन लगाई जाती थी लेकिन विद्यालयों से प्रायः शिक्षिकाओं एवं कर्मचारियों के गायब रहने की शिकायत की गंभीरता से लेते हुए शासन ने नई लेते। व्यवस्था के तहत अब फेस रीडर ऐप योजना लागू की है। इसका मकसद बेहतर शैक्षणिक कार्य के साथ ही कर्मचारियों की शत-प्रतिशत उपस्थिति तय करना है। शिक्षकों की स्कूल छोड़ कर निकल जाने की इस आदत पर इससे लगाम लगाई जा सकेगी। फोटो ऐप अपलोड करने के बाद
जिले या लखनऊ से विभागीय या अन्य कई अधिकारी मोबाइल से यह जान सकेंगे कि कौन उपस्थित है और उपस्थित ।
नई प्रणाली के तहत अब एप के जरिए छात्राओं के साथ दिन में तीन बार सुबह नौ बजे दोपहर दो बजे और शाम छह बजे कर्मचारी अपना नाम सेलेक्ट करवाओग खुद की आनलाइन उपस्थिति को फोटो एप पर अपलोड करेंगे। हेमंत राव, जिला बेसिक शिक्षाधिकारी