सीटीईटी विज्ञान, इतिहास और भूगोल के प्रश्नों में उलझे अभ्यर्थी
गोमतीनगर पत्रकारपुरम में बने केन्द्र पर बुधवार को सीटेट देने पहुंचे अभ्यर्थी।
लखनऊ, राजधानी के 16 केन्द्रों पर बुधवार को हुई केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा (सीटीईटी) में विज्ञान, अंग्रेजी, इतिहास और भूगोल के प्रश्न काफी उलझाऊ थे। इवीएस के तार्किक प्रश्नों ने अभ्यर्थियों को खूब छकाया। अभ्यर्थियों को इन्हें हल करने में समय लगा। बहुत से अभ्यर्थियों ने बताया कि कठिन प्रश्न छोड़ दिये। इस परीक्षा में बड़ी तादाद में लड़कियां शामिल हुईं। ऑनलाइन परीक्षा से करीब दो घंटा पहले ही परीक्षा केन्द्र में सघन तलाशी के साथ प्रवेश मिलना शुरू हो गया।
दोनों पाली के प्रश्न पत्र में 150-150 प्रश्न पूछे गए। अभ्यर्थियों का कहना है िक भूगोल के प्रश्न काफी कठिन थे। निगेटिव मार्किंग भी थी।
सीबीएसई के क्षेत्रीय समन्वयक जावेद आलम ने बताया कि दो दिन चलने वाली परीक्षा की पहली पाली सुबह साढ़े नौ से दोपहर 12 बजे एवं दूसरी पाली दोपहर ढाई से शाम 5 बजे तक है। 16 परीक्षा केन्द्रों पर 10 हजार अभ्यर्थी परीक्षा दे रहे हैं।
पहली पाली में प्राइमरी के प्रश्न पत्र में इवीएस के प्रश्न हल करने में खासी परेशानी हुई। रीजनिंग पर आधारित प्रश्न काफी उलझाऊ थे। हल करने में काफी समय लग रहा था। वंदना द्विवेदी, प्रयागराज
एसएसटी के विषयों ने खूब छकाया। इतिहास, भूगोल, अंग्रेजी आदि के प्रश्न का उत्तर सोचने में काफी वक्त लग गया। काफी समय इसमें खर्च हुआ। हालांकि अन्य विषयों के प्रश्न काफी आसान रहे। भूमिका पाण्डेय, लखनऊ
दोनों पाली के प्रश्न पत्र में 150-150 प्रश्न पूछे गए। भूगोल के प्रश्न काफी कठिन थे। हल करने में काफी समय लग रहा था। निगेटिव मार्किंग होने की वजह से इन्हें छोड़ दिया।
सौरभ सिंह, अम्बेडकर नगर
सोशल साइंस के प्रश्न घुमावदार थे। इन्हें समझने में काफी वक्त लग गया। आखिर में कठिन प्रश्नों को छोड़ना पड़ा। ऑनलाइन परीक्षा होने की वजह से कई प्रश्न छूट गए।
नीरज, वाराणसी