ललितपुर:- फर्जी तरीके से नौकरी पाने वाली शिक्षिका की सेवा समाप्ति करने के बाद अब शिक्षा विभाग उससे वेतन की वसूली करने की कवायद में जुट गया है।
दरअसल, विशिष्ट बीटीसी के माध्यम से 11 फरवरी 2009 को सपना जैन को नियुक्ति सहायक शिक्षिका के पद पर विकास खंड बार के उच्च प्राथमिक विद्यालय वीर में हुई थी। नियुक्ति को लेकर शिकायत की गई थी कि वर्ष 2006-07 में सपना शिक्षाकर्मी के पद पर मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ अंतर्गत शासकीय प्राथमिक शाला कुंवरपुरा में तैनात रही।
यहां शिक्षाकर्मी के पद नियमित कार्य करने के दौरान ही टीकमगढ़ से बीएड की शिक्षा हासिल की। साथ में वर्ष 2008-09 में शासकीय प्राथमिक शाला कुंवरपुरा में नियुक्त रहते हुए जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान ललितपुर से विशिष्ट बीटीसी का कोर्स किया।
इसके बाद वर्ष 2009 में शिक्षक पद पर भर्ती हुई शिकायत में लगाए गए आरोपों को लेकर शिक्षिका सपना जैन से स्पष्टीकरण मांगा गया जोकि संतोषजनक नहीं पाया गया था। इसके बाद शिक्षा विभाग ने शिकायत में लगे आरोपों की गहनता से जांच शुरू की जोकि एक वर्ष तक चली जांच टीम ने मध्य प्रदेश के सागर स्थित हरीसिंह गौर विश्वविद्यालय और शासकीय प्राथमिक शाला कुंवरपुरा से सूचना मांगी गई।
जिसमें जांच टीम को पूरी पत्रावली और अभिलेख उपलब्ध कराए गए। इस दौरान शिक्षिका का वेतन रोक दिया गया और 23 फरवरी 2022 को निलंबित कर दिया था।
जांच टीम ने अपनी जांच आख्या प्रस्तुत की। इसके बाद शिक्षिका सपना जैन की सेवाएं समाप्त कर दी गई। शिक्षिका की सेवाएं समाप्त करने के बाद शिक्षा विभाग अब सेवा के दौरान दिए गए वेतन की वसूली करने की कवायद करने में जुट गया है। इसके लिए वेतन पत्रावलियाँ सहित अन्य पत्रावलियों को खंगाला जा रहा है।