बिजनौर शासन यूपी बोर्ड परीक्षक आदि की नियुक्ति में कथित फर्जीवाड़ा रोकने के लिए सतर्क हो गया है। विद्यालयों के जिन शिक्षकों का डाटा अर्थात शैक्षिक विवरण पहले से ही बोर्ड की वेबसाइट पर फोड है, उनका सत्यापन होगा। डाटा का सत्यापन ब्लॉक स्तर पर होगा सत्यापन के लिए टीम गठित हो गई है।
जिले में राजकीय, अशासकीय सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालय तथा वित्तविहीन 390 विद्यालय है। इन विद्यालयों में करीब 2500 शिक्षक कार्यरत है। शासन यूपी बोर्ड परीक्षा के लिए शिक्षकों का शैक्षिक
विवरण हर साल परिषद की वेबसाइट पर फीड कराता है। शासन को परीक्षकों की नियुक्ति आदि में कथित फर्जीवाड़ा के आरोप लगने की शिकायत मिलती रहती है। मामले को गंभीरता से लिया गया।
डीआईओएस रामाज्ञा कुमार के अनुसार जिन शिक्षकों का डाटा पुपी बोर्ड की वेबसाइट पर पहले से ही फोड है उनका सत्यापन कराया जाएगा सत्यापन ब्लॉक स्तर पर गठित टीम करेंगी सत्यापन के लिए 11 टीम बना दी गई है। साथ ही नवनियुक्त शिक्षकों का शैक्षिक विवरण वेबसाइट पर फोड़ होना है। सत्यापन की आखिरी तारीख 10 दिसंबर है। गड़बड़ी मिलने पर कार्यवाही होगी।